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करणी सेना की चित्तौड़गढ़ इकाई के 3 नेता गिरफ्तार
चित्तौड़गढ़| पुलिस ने श्री
राजपूत करणी सेना की चित्तौड़गढ़ इकाई के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने यह कदम इकाई के प्रवक्ता द्वारा संजय लीला भंसाली की फिल्म
'पद्मावत' की रिलीज के विरोध में जौहर के लिए समुदाय की 1900 महिलाओं के
तैयार होने की घोषणा के बाद उठाया है।
पुलिस ने चितौड़गढ़ इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह खंगरोट और उपाध्यक्ष
कमलेंदु सिंह सोलंकी के आवास पर मंगलवार रात 11 बजे छापा मारा और उन्हें
गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने संगठन के मुख्य सदस्यों में से एक देवेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया।
करणी सेना के राज्य में मीडिया प्रभारी राजप्रताप सिंह ने आईएएनएस से कहा, "पुलिस हमारे विरोध को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रही है।"
उन्होंने कहा, "हमें रैली निकालने और प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी गई है। हर तरफ नाकाबंदी है और शहर में पुलिस व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।"
उन्होंने कहा, "हमने बैठक बुलाई है और अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कलवी के आह्वान के बाद शाम तक अपने अगले कदम का ऐलान करेंगे।"
करणी सेना की चितौड़गढ़ इकाई के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा था कि रानी पद्मावती के शहर के लोग सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से आहत हैं।
उन्होंने कहा था, "अगर हम चाहते तो हिसंक रास्ता चुन सकते थे और लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को परेशान कर सकते थे। लेकिन, फिल्म के विरोध में हमारी महिलाओं ने किसी को परेशान किए बिना जौहर करने का फैसला किया है।"
उन्होंने दावा किया कि जौहर वाले स्थान पर लकड़ियों को इकठ्ठा कर लिया गया है और 1908 महिलाओं ने जौहर के लिए पंजीकरण कराया है। अगर प्रशासन हमें अनुमति देता है तो हम किले के शिखर पर चढ़ जाएंगे।
फिल्म गुरुवार को रिलीज होगी। करणी सेना का कहना है कि इसमें इतिहास से छेड़छाड़ की गई है जबकि फिल्म निर्माता इस आरोप को सिरे से गलत बता रहे हैं।
आईएएनएस
पुलिस ने संगठन के मुख्य सदस्यों में से एक देवेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया।
करणी सेना के राज्य में मीडिया प्रभारी राजप्रताप सिंह ने आईएएनएस से कहा, "पुलिस हमारे विरोध को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रही है।"
उन्होंने कहा, "हमें रैली निकालने और प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी गई है। हर तरफ नाकाबंदी है और शहर में पुलिस व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।"
उन्होंने कहा, "हमने बैठक बुलाई है और अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कलवी के आह्वान के बाद शाम तक अपने अगले कदम का ऐलान करेंगे।"
करणी सेना की चितौड़गढ़ इकाई के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा था कि रानी पद्मावती के शहर के लोग सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से आहत हैं।
उन्होंने कहा था, "अगर हम चाहते तो हिसंक रास्ता चुन सकते थे और लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को परेशान कर सकते थे। लेकिन, फिल्म के विरोध में हमारी महिलाओं ने किसी को परेशान किए बिना जौहर करने का फैसला किया है।"
उन्होंने दावा किया कि जौहर वाले स्थान पर लकड़ियों को इकठ्ठा कर लिया गया है और 1908 महिलाओं ने जौहर के लिए पंजीकरण कराया है। अगर प्रशासन हमें अनुमति देता है तो हम किले के शिखर पर चढ़ जाएंगे।
फिल्म गुरुवार को रिलीज होगी। करणी सेना का कहना है कि इसमें इतिहास से छेड़छाड़ की गई है जबकि फिल्म निर्माता इस आरोप को सिरे से गलत बता रहे हैं।
आईएएनएस
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