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कुत्ते-बिल्लियों की मंत्री हैं केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी : किसान नेता वीएम सिंह
पीलीभीत। किसान मजदूर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व विधायक व किसान नेता वीएम सिंह ने पीलीभीत में शादी समारोह के दौरान पत्रकारों से कहा कि मेनका कुत्ते-बिल्लियों की मंत्री हैं।
किसान नेता वीएम सिंह से पीलीभीत टाइगर रिजर्व की तरफ से सरकार की अनदेखी करने का सवाल पूछा गया। उन्होंने इस पर बेतुका जवाब दिया। अपनी ममेरी बहन केन्द्रीय मंत्री व पीलीभीत की सांसद मेनका गांधी के लिए कहा कि वे तो कुत्ते-बिल्लियों की सांसद हैं। टाइगर का सवाल उनसे करो, मुझसे इंसानों की बात करो।
पीलीभीत में चुनावी मसले पर वे भावुक थे। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इस बार जनता को बदलाव चाहिए। सही समय आ गया है तो उसके लिए जनता को दम भरना पड़ेगा। मैने हर मुख्यमंत्री-प्रधानमंत्री से लड़कर किसानों का फायदा कराया है। उनसे सवाल पूछा गया कि उनकी जो पार्टी है वह लोकसभा चुनाव स्वयं लड़ेगी या फिर किसी के साथ गठबंधन में। इस पर उनका कहना था कि पार्टी तो हमने पिछले साल बनाई है। हम 20 सालों से लोगों के दिलों में हैं। पार्टी से लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। पार्टी एक जरिया होता है आगे चलने और बढ़ने का। हमारी पार्टी का निशान है ट्रैक्टर चलाता किसान, तो यह किसान की पार्टी है। किसान का सब कुछ है और किसान के बिना आज कोई व्यापारी नहीं है।
पीलीभीत को राजनेताओं से धोखा मिलने की बात वीएम सिंह हमेशा से करते आए हैं। उन्हें धोखा मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त लोग या तो हिंदू बन जाते हैं या मुसलमान, वे किसान नहीं रहते, इंसान नहीं रहते। पीलीभीत से प्यार करने वाला नहीं रहता और चुनाव के 20 दिन बाद फिर कहता है कि भाई गलती हो गई। यहां के नेता फिर पांच साल बाद हथकंडे अपनाता है और लोग कहीं दारू तो कहीं पैसा देकर वोट लेते हैं।
किसान नेता वीएम सिंह से पीलीभीत टाइगर रिजर्व की तरफ से सरकार की अनदेखी करने का सवाल पूछा गया। उन्होंने इस पर बेतुका जवाब दिया। अपनी ममेरी बहन केन्द्रीय मंत्री व पीलीभीत की सांसद मेनका गांधी के लिए कहा कि वे तो कुत्ते-बिल्लियों की सांसद हैं। टाइगर का सवाल उनसे करो, मुझसे इंसानों की बात करो।
पीलीभीत में चुनावी मसले पर वे भावुक थे। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इस बार जनता को बदलाव चाहिए। सही समय आ गया है तो उसके लिए जनता को दम भरना पड़ेगा। मैने हर मुख्यमंत्री-प्रधानमंत्री से लड़कर किसानों का फायदा कराया है। उनसे सवाल पूछा गया कि उनकी जो पार्टी है वह लोकसभा चुनाव स्वयं लड़ेगी या फिर किसी के साथ गठबंधन में। इस पर उनका कहना था कि पार्टी तो हमने पिछले साल बनाई है। हम 20 सालों से लोगों के दिलों में हैं। पार्टी से लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। पार्टी एक जरिया होता है आगे चलने और बढ़ने का। हमारी पार्टी का निशान है ट्रैक्टर चलाता किसान, तो यह किसान की पार्टी है। किसान का सब कुछ है और किसान के बिना आज कोई व्यापारी नहीं है।
पीलीभीत को राजनेताओं से धोखा मिलने की बात वीएम सिंह हमेशा से करते आए हैं। उन्हें धोखा मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त लोग या तो हिंदू बन जाते हैं या मुसलमान, वे किसान नहीं रहते, इंसान नहीं रहते। पीलीभीत से प्यार करने वाला नहीं रहता और चुनाव के 20 दिन बाद फिर कहता है कि भाई गलती हो गई। यहां के नेता फिर पांच साल बाद हथकंडे अपनाता है और लोग कहीं दारू तो कहीं पैसा देकर वोट लेते हैं।
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