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फुटपाथों पर रह रहे लोगों को मिलेगा पीएम आवास योजना का लाभ - मनोहर लाल
चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के शहरों में फुटपाथों पर रह रहे लगभग 10000 बेघरों को प्रारंभिक सर्वे के तहत लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा, घुमंतु, अर्द्ध-घुमंतु व टपरीवास जातियों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए सभी तहसीलों कार्यालयों में अंतोदय अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। ऐसे कबीलों की कॉलोनियों में वोटर कार्ड, राशन कार्ड व आधार कार्ड बनाने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करवाकर एलपीजी गैस कनैक्शन जारी करने, हिसार, करनाल व फतेहाबाद जिलों में विशेष नए छात्रवासों का निर्माण करवाने व अन्य जिलों में अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्गों के लिए संचालित किए जा रहे छात्रवास में 25 प्रतिशत का आरक्षण घुमंतु परिवारों के छात्रों के लिए उपलब्ध करवाने की घोषणा भी की।
इन जातियों को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक व राजनीतिक रूप से मुख्यधारा में शामिल करने की पहल करने वाले मनोहर लाल देश को पहले मुख्यमंत्री होंगे। सम्मेलन के मंच से आयोजकों ने दावा किया कि घुमंतु जातियों के किसी भी सम्मेलन में पहली बार लाखों लोग शामिल हुए है। सम्मेलन के आयोजक राजीव जैन ने कहा कि यह भी पहला अवसर है जब प्रदेश की सबसे बड़ी अनाज मंडी में मुख्य शैड भरने के बाद मंडी में ही बने दूसरे शैड में लगी बड़ी स्क्रीन पर लोगों ने सम्मेलन को देखा।
मुख्यमंत्री रविवार को फतेहाबाद की नई अनाज मंडी में विमुक्त, घुमंतु जाति कल्याण संघ एवं हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह के कार्यफ्मों के तहत 66वें राज्य स्तरीय विमुक्त दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों को राजनीतिक तौर पर सशक्त होते हुए जिला समाज कल्याण कार्यालय की योजनाओं, शगुन योजना, उज्ज्वला योजना, अंतर जातीय विवाह, मेधावी छात्र योजना, सिलाई प्रशिक्षण में बराबर की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश की स्वतंत्रता में डीएनटी के योद्धाओं का विशेष योगदान रहा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों का डीएनटी के लोगों ने कभी भी साथ नहीं दिया। इसलिए उन्होंने 1871 में फ्मिनल एक्ट बनाकर घुमंतु जातियों को फ्मिनल घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा कि 21 अगस्त 1952 को वल्लभ भाई पटेल ने इस एक्ट को डिनोटिफाईड करवाकर इन जातियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का कार्य किया। तब से यह दिवस विमुक्त दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है। वर्ष 2015 में पानीपत में मनाए गए विमुक्त दिवस के अवसर पर उन्होंने घोषणा की थी कि घुमंतु जातियों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन किया जाएगा और 2016 में गठन कर दिया गया तथा सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजीव जैन की कमेटी ने गत दिनों उनको रिपोर्ट सौपी है और कमेटी की सभी सिफारिशों पर हरियाणा सरकार गंभीरता से कार्य करेगी व इन सिफारिशों को लागू करेगी। इन सिफारिशों में पिछड़ा वर्ग में शामिल गाडिय़ा लोहार, शोरगर, बंजारा, गड़रिया, मठ, कंजर, सिंगीकार को अनुसूचित जाति में शामिल करने, वर्ष 1982 में जींद में विमुक्त टपरीवास छात्रावास स्थापित किया गया था, जिसके बेहतर परिणाम आये थे। प्रदेश के सभी जिलों में विमुक्त टपरीवास छात्रावास खोलने और आबादी बाहुल्य सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, अम्बाला, भिवानी, फरीदाबाद में प्राथमिकता के आधार में नये छात्रावास खोला जाना शामिल है।
साढ़े पांच घंटे से भी अधिक समय से धैर्य के साथ मुख्यमंत्री व अन्य मेहमानों का भाषण सुनने के लिए बैठने पर उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा 30 अक्तूबर से 20 नवंबर तक मतदाता सूची बनाने का विशेष अभियान चलाया जाएगा, इसलिए 18 वर्ष से अधिक आयु के हर परिवार के सदस्य का मतदाता पहचान पत्र आप लोग बनवाएं। उन्होंने कहा कि राजीव जैन कमेटी की जोगी, जंगम, रैबर, मनियार और बंजारा जाति को टपरीवास जाति की श्रेणी में शामिल करने के लिए राज्य सरकार भारत सरकार को रिपोर्ट भेजेगी। गाडिया लुहार व शिकरीगर जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए सीआरआईआईडी (फ्ीड) चंडीगढ़ की रिपोर्ट के आधार पर शामिल किया जाएगा।
वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा व विद्या के बिना कोई भी व्यक्ति या समाज तरक्की नहीं कर सकता। घुमंतु व अर्द्ध-घुमंतु जातियों के लोगों का पिछली सरकारों ने केवल वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया। उनके कल्याण के लिए कुछ नहीं किया। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने न केवल इन जातियों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन कर अध्यक्ष नियुक्त किया है, बल्कि राजीव जैन की अध्यक्षता में गठित सलाहकार समिति की अधिकांश सिफारिशों को लागू करने की पहल सरकार ने की है और आज के समारोह में उमीड़ा जनसैलाब इस बात का गवाह है कि वास्तव में वर्तमान सरकार इन वंचित वर्गों के कल्याण के प्रति गंभीर है। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 वर्ष व एक पार्टी विशेष द्वारा 60 वर्षों तक देश की सत्ता पर राज करने के बाद भी इन जातियों को अपराधी बनाकर इन्हें दबाकर रखने का कार्य किया गया, जबकि तीन वर्षों के केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार व प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सरकार द्वारा किए गए कामों का विश्लेषण करे तो यह सच सामने आ जाएगा की कौन इन वर्गों के कल्याण के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि घुमंतु, अर्द्ध-घुमंतु की जातियों में स्वाभिमान पैदा करने की पहल हमारी सरकार ने की है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे नव हरियाणा के निर्माण में सरकार के साथ आगे आए और अपने स्वाभिमान को ऊंचा रखे।
इन जातियों को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक व राजनीतिक रूप से मुख्यधारा में शामिल करने की पहल करने वाले मनोहर लाल देश को पहले मुख्यमंत्री होंगे। सम्मेलन के मंच से आयोजकों ने दावा किया कि घुमंतु जातियों के किसी भी सम्मेलन में पहली बार लाखों लोग शामिल हुए है। सम्मेलन के आयोजक राजीव जैन ने कहा कि यह भी पहला अवसर है जब प्रदेश की सबसे बड़ी अनाज मंडी में मुख्य शैड भरने के बाद मंडी में ही बने दूसरे शैड में लगी बड़ी स्क्रीन पर लोगों ने सम्मेलन को देखा।
मुख्यमंत्री रविवार को फतेहाबाद की नई अनाज मंडी में विमुक्त, घुमंतु जाति कल्याण संघ एवं हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह के कार्यफ्मों के तहत 66वें राज्य स्तरीय विमुक्त दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों को राजनीतिक तौर पर सशक्त होते हुए जिला समाज कल्याण कार्यालय की योजनाओं, शगुन योजना, उज्ज्वला योजना, अंतर जातीय विवाह, मेधावी छात्र योजना, सिलाई प्रशिक्षण में बराबर की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश की स्वतंत्रता में डीएनटी के योद्धाओं का विशेष योगदान रहा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों का डीएनटी के लोगों ने कभी भी साथ नहीं दिया। इसलिए उन्होंने 1871 में फ्मिनल एक्ट बनाकर घुमंतु जातियों को फ्मिनल घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा कि 21 अगस्त 1952 को वल्लभ भाई पटेल ने इस एक्ट को डिनोटिफाईड करवाकर इन जातियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का कार्य किया। तब से यह दिवस विमुक्त दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है। वर्ष 2015 में पानीपत में मनाए गए विमुक्त दिवस के अवसर पर उन्होंने घोषणा की थी कि घुमंतु जातियों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन किया जाएगा और 2016 में गठन कर दिया गया तथा सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजीव जैन की कमेटी ने गत दिनों उनको रिपोर्ट सौपी है और कमेटी की सभी सिफारिशों पर हरियाणा सरकार गंभीरता से कार्य करेगी व इन सिफारिशों को लागू करेगी। इन सिफारिशों में पिछड़ा वर्ग में शामिल गाडिय़ा लोहार, शोरगर, बंजारा, गड़रिया, मठ, कंजर, सिंगीकार को अनुसूचित जाति में शामिल करने, वर्ष 1982 में जींद में विमुक्त टपरीवास छात्रावास स्थापित किया गया था, जिसके बेहतर परिणाम आये थे। प्रदेश के सभी जिलों में विमुक्त टपरीवास छात्रावास खोलने और आबादी बाहुल्य सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, अम्बाला, भिवानी, फरीदाबाद में प्राथमिकता के आधार में नये छात्रावास खोला जाना शामिल है।
साढ़े पांच घंटे से भी अधिक समय से धैर्य के साथ मुख्यमंत्री व अन्य मेहमानों का भाषण सुनने के लिए बैठने पर उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा 30 अक्तूबर से 20 नवंबर तक मतदाता सूची बनाने का विशेष अभियान चलाया जाएगा, इसलिए 18 वर्ष से अधिक आयु के हर परिवार के सदस्य का मतदाता पहचान पत्र आप लोग बनवाएं। उन्होंने कहा कि राजीव जैन कमेटी की जोगी, जंगम, रैबर, मनियार और बंजारा जाति को टपरीवास जाति की श्रेणी में शामिल करने के लिए राज्य सरकार भारत सरकार को रिपोर्ट भेजेगी। गाडिया लुहार व शिकरीगर जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए सीआरआईआईडी (फ्ीड) चंडीगढ़ की रिपोर्ट के आधार पर शामिल किया जाएगा।
वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा व विद्या के बिना कोई भी व्यक्ति या समाज तरक्की नहीं कर सकता। घुमंतु व अर्द्ध-घुमंतु जातियों के लोगों का पिछली सरकारों ने केवल वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया। उनके कल्याण के लिए कुछ नहीं किया। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने न केवल इन जातियों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन कर अध्यक्ष नियुक्त किया है, बल्कि राजीव जैन की अध्यक्षता में गठित सलाहकार समिति की अधिकांश सिफारिशों को लागू करने की पहल सरकार ने की है और आज के समारोह में उमीड़ा जनसैलाब इस बात का गवाह है कि वास्तव में वर्तमान सरकार इन वंचित वर्गों के कल्याण के प्रति गंभीर है। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 वर्ष व एक पार्टी विशेष द्वारा 60 वर्षों तक देश की सत्ता पर राज करने के बाद भी इन जातियों को अपराधी बनाकर इन्हें दबाकर रखने का कार्य किया गया, जबकि तीन वर्षों के केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार व प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सरकार द्वारा किए गए कामों का विश्लेषण करे तो यह सच सामने आ जाएगा की कौन इन वर्गों के कल्याण के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि घुमंतु, अर्द्ध-घुमंतु की जातियों में स्वाभिमान पैदा करने की पहल हमारी सरकार ने की है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे नव हरियाणा के निर्माण में सरकार के साथ आगे आए और अपने स्वाभिमान को ऊंचा रखे।
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