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पेयजल की समस्या होने पर अधिकारी होंगे जिम्मेदार: झांसी मंडलायुक्त
झांसी। यदि जनपद में पेयजल की समस्या हुई तो जल निगम व जल संस्थान के अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। पेयजल सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो चिंताजनक होगा। यह निर्देश झांसी मंडलायुक्त कुमदलता श्रीवास्तव ने मंडलीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिये। उन्होंने गुरसरांय की पेयजल पूर्ति सुचारु कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
मंडलीय समीक्षा बैठक करते हुए मंडलायुक्त कुमुदलता श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्य सचिव 2 फरवरी को झांसी व चित्रकूट मंडल की गहराई से समीक्षा करेंगे। मंडलायुक्त ने कहा कि मुख्य सचिव की बैठक में जिस विभाग की कमी उजागर होगी वह सीधे तौर पर जिम्मेदार होगा। सभी जिलाधिकारी विकास कार्यक्रमों से सम्बधित कराये गये कार्यों का भौतिक व वित्तीय प्रगति का स्थलीय सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध करायें। विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए मंडल में स्वास्थ्य विभाग व जल निगम की स्थिति अत्यंत दयनीय पाई। मेडिकल कालेज में जो मशीनें अभी तक इस्टॉल न होने पर नाराजगी व्यक्त की और अपर निदेशक स्वास्थ्य से रिपोर्ट देने को कहा ।
आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि निस्तारण गुणवत्ता के साथ किया जाये। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों की ताकीद करते हुए कहा कि जो सूचनाएं प्रेषित की जाये। उन्हें अधिकारी हस्ताक्षर करने से पूर्व स्वयं देखे ताकि समीक्षा बैठक में भ्रमित सूचनाओं की समीक्षा न हो सके। ग्रामीण पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि पेयजल आपूर्ति व उपलब्धता सर्वोच्च प्राथमिकता में है।
मंडलीय समीक्षा बैठक करते हुए मंडलायुक्त कुमुदलता श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्य सचिव 2 फरवरी को झांसी व चित्रकूट मंडल की गहराई से समीक्षा करेंगे। मंडलायुक्त ने कहा कि मुख्य सचिव की बैठक में जिस विभाग की कमी उजागर होगी वह सीधे तौर पर जिम्मेदार होगा। सभी जिलाधिकारी विकास कार्यक्रमों से सम्बधित कराये गये कार्यों का भौतिक व वित्तीय प्रगति का स्थलीय सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध करायें। विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए मंडल में स्वास्थ्य विभाग व जल निगम की स्थिति अत्यंत दयनीय पाई। मेडिकल कालेज में जो मशीनें अभी तक इस्टॉल न होने पर नाराजगी व्यक्त की और अपर निदेशक स्वास्थ्य से रिपोर्ट देने को कहा ।
आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि निस्तारण गुणवत्ता के साथ किया जाये। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों की ताकीद करते हुए कहा कि जो सूचनाएं प्रेषित की जाये। उन्हें अधिकारी हस्ताक्षर करने से पूर्व स्वयं देखे ताकि समीक्षा बैठक में भ्रमित सूचनाओं की समीक्षा न हो सके। ग्रामीण पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि पेयजल आपूर्ति व उपलब्धता सर्वोच्च प्राथमिकता में है।
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