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बागी नेताओ पर कार्रवाई नहीं पर रोष जताया
चंडीगढ़। विधानसभा चुनाव
में बागी बन कर चुनाव लड़ने वाले नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर
कांग्रेस के हारे हुए उम्मीदवारों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कांग्रेस
की वरिष्ठ नेत्री शैलजा के सामने अपना विरोध जताया है। शैलजा यहां पार्टी
के संगठऩात्मक चुनाव के सिलसिले में आई है।
कई हारे हुए कांग्रेसी उम्मीदवारों ने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि चुनाव के पांच माह बीतने के बाद भी पार्टी की तरफ से विद्रोहियों के खिलाफ अभी तक कोई कारवाई नहीं की गई है। इससे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को मनोबल गिर रहा है। 20 अगस्त तक कांग्रेस के ब्लॉक प्रधानों के चुनाव होने हैं, इसके बाद जिला प्रधानों के चुनाव होंगे।
कुमारी सैलजा ने 40 कांग्रेसी हारे हुए उम्मीदवारों सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं व ब्लॉक स्तर के नेताओं की बैठक ली। सैलजा को संगठन चुनाव के लिए पंजाब का रिटर्निंग अफसर बनाया गया है। उन्होंने सभी नेताओं से संगठन को मजबूत करने व संगठन के चुनाव को लेकर फीड बैक लिया।
नेताओं ने कहा कि पहले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों का विरोध करने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ कारवाई की जाए। इसके बाद ही संगठन के चुनाव करवाए जाएं। उन्होंने यह भी मांग की कि विद्रोही नेताओं को संगठन में किसी भी पद की जिम्मेवारी न सौंपी जाए। ऐसा न हाेने पर कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा। शैलजा के सामने सुझाव रखने वालों में अमर सिंह, करन कौर बराड़ व सतनाम सिंह कैंथ मुख्य थे।
विक्रम मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बताया कि बैठक में सूबे में ट्रांसपोर्ट, केबल व रेत-बजरी माफिया का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस माफिया के खिलाफ सरकार कारवाई क्यों नहीं कर रही है। सरकार के पास सबूत भी हैं, इसके बाद भी कारवाई क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि कई कांग्रेसियों ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ भी कारवाई की मांग की है।
कई हारे हुए कांग्रेसी उम्मीदवारों ने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि चुनाव के पांच माह बीतने के बाद भी पार्टी की तरफ से विद्रोहियों के खिलाफ अभी तक कोई कारवाई नहीं की गई है। इससे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को मनोबल गिर रहा है। 20 अगस्त तक कांग्रेस के ब्लॉक प्रधानों के चुनाव होने हैं, इसके बाद जिला प्रधानों के चुनाव होंगे।
कुमारी सैलजा ने 40 कांग्रेसी हारे हुए उम्मीदवारों सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं व ब्लॉक स्तर के नेताओं की बैठक ली। सैलजा को संगठन चुनाव के लिए पंजाब का रिटर्निंग अफसर बनाया गया है। उन्होंने सभी नेताओं से संगठन को मजबूत करने व संगठन के चुनाव को लेकर फीड बैक लिया।
नेताओं ने कहा कि पहले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों का विरोध करने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ कारवाई की जाए। इसके बाद ही संगठन के चुनाव करवाए जाएं। उन्होंने यह भी मांग की कि विद्रोही नेताओं को संगठन में किसी भी पद की जिम्मेवारी न सौंपी जाए। ऐसा न हाेने पर कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा। शैलजा के सामने सुझाव रखने वालों में अमर सिंह, करन कौर बराड़ व सतनाम सिंह कैंथ मुख्य थे।
विक्रम मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बताया कि बैठक में सूबे में ट्रांसपोर्ट, केबल व रेत-बजरी माफिया का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस माफिया के खिलाफ सरकार कारवाई क्यों नहीं कर रही है। सरकार के पास सबूत भी हैं, इसके बाद भी कारवाई क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि कई कांग्रेसियों ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ भी कारवाई की मांग की है।
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