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विधायक विकास कार्यों को जल्द पूरा करवाया जाएगा- ग्रामीण विकास मंत्री
कोटा। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि विधायक विकास कार्यों में प्रगति लाकर उन्हें जल्द से जल्द पूरा करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास कार्य समय पर पूरे हों इसके लिए सतत मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
राठौड़ प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में विधायकों की ओर से पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में विधायकों से कुल 393 अनुशंसाएं प्राप्त हुईंं, इनमें से 108 निरस्त हुई। उन्होंने बताया कि नगर निगम कोटा द्वारा 209 कार्य स्वीकृत हुए, जिनमें से 176 कार्य विलंबित हैं। इनमें से 112 कार्य 39 दिन, 40 कार्य 40 दिन से 3 महीने और 24 कार्य 3 से 6 माह विलंबित रहे। उन्होंने कहा कि कायोर्ं में विलंब के लिए जो कोई भी उत्तरदायी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी विकास समय पर पूरा करवाने के लिए भी सदन को आश्वस्त किया।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने ही विधायक विकास कार्यों के लिए तकनीकी, प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति के लिए 40 से 30 दिन करवाए थे। उन्होंने कहा कि पहले इसकी स्वीकृति जिला कलेक्टर द्वारा की जाती थी लेकिन उनके काम की व्यस्थता को देखते हुए इसे जिला कार्यकारी अधिकारी को अधिकृत किया गया। उन्होंने कहा कि जातीय या समाज के कायोर्ं में विधायक कोष की राशि का उपयोग का प्रावधान नहीं है।
राठौड़ ने कहा कि वर्तमान प्रावधानों के तहत सामुदायिक विकास केंद्रों के निर्माण के लिए पट्टा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन्हें भी विधायक कोष में शामिल करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को 2.25 करोड़ रुपए विकास कार्यों के लिए मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अंग इंप्लांट किए जाते हैं। यदि सदस्यों की इस कार्य को विधायक कोष से करवाने की मंशा है तो इसका परीक्षण करवा लिया जाएगा।
इससे पहले राठौड़ ने विधायक संदीप शर्मा के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि विधायक कोष योजनान्तर्गत गत 4 वर्षों में की गई अनुशंषा में से कोटा दक्षिण में 42 कार्य लम्बित हैं। उन्होंने इसकी कार्यवार सूची सदन की मेज पर रखी।
उन्होंने कहा कि यह सही है कि विधायक कोष से अनुशंषित कार्यों के लिए नगर निगम कोटा से अधिकांश कायोर्ं की टी.एस. विलंब से जारी की गई। कुछ कार्यों की निविदा प्रक्रिया में संवेदकों द्वारा भाग नहीं लेने एवं बार-बार निविदा आमंत्रित करने के कारण विलम्ब हुआ है। एस्टीमेट प्रस्तुत करने में विलम्ब के लिए जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि विधायक कोष योजना के प्रावधानानुसार विगत 4 वर्षो में पूर्ण हो चुके 223 कायोर्ं पर डिस्पले बोर्ड लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि विधायक कोष से स्वीकृत कायोर्ं को समय पर पूर्ण करवाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं शासन सचिव महोदय द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग एवं बैठकों के माध्यम से नियमित रूप से समीक्षा की जाती है। उन्होंने बताया कि कम प्रगति वाले जिलों के जिला कलक्टर्स को अर्ध शासकीय पत्र के माध्यम से प्रगति में सुधार के लिए निर्देशित किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर को सभी कार्यकारी विभागों के साथ नियमित बैठक कर योजना की प्रगति एवं कार्यों के क्रियान्वयन की समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके सम्बन्ध में जारी किए गए आदेश की प्रति सदन की मेज पर रखी।
राठौड़ प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में विधायकों की ओर से पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में विधायकों से कुल 393 अनुशंसाएं प्राप्त हुईंं, इनमें से 108 निरस्त हुई। उन्होंने बताया कि नगर निगम कोटा द्वारा 209 कार्य स्वीकृत हुए, जिनमें से 176 कार्य विलंबित हैं। इनमें से 112 कार्य 39 दिन, 40 कार्य 40 दिन से 3 महीने और 24 कार्य 3 से 6 माह विलंबित रहे। उन्होंने कहा कि कायोर्ं में विलंब के लिए जो कोई भी उत्तरदायी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी विकास समय पर पूरा करवाने के लिए भी सदन को आश्वस्त किया।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने ही विधायक विकास कार्यों के लिए तकनीकी, प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति के लिए 40 से 30 दिन करवाए थे। उन्होंने कहा कि पहले इसकी स्वीकृति जिला कलेक्टर द्वारा की जाती थी लेकिन उनके काम की व्यस्थता को देखते हुए इसे जिला कार्यकारी अधिकारी को अधिकृत किया गया। उन्होंने कहा कि जातीय या समाज के कायोर्ं में विधायक कोष की राशि का उपयोग का प्रावधान नहीं है।
राठौड़ ने कहा कि वर्तमान प्रावधानों के तहत सामुदायिक विकास केंद्रों के निर्माण के लिए पट्टा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन्हें भी विधायक कोष में शामिल करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को 2.25 करोड़ रुपए विकास कार्यों के लिए मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अंग इंप्लांट किए जाते हैं। यदि सदस्यों की इस कार्य को विधायक कोष से करवाने की मंशा है तो इसका परीक्षण करवा लिया जाएगा।
इससे पहले राठौड़ ने विधायक संदीप शर्मा के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि विधायक कोष योजनान्तर्गत गत 4 वर्षों में की गई अनुशंषा में से कोटा दक्षिण में 42 कार्य लम्बित हैं। उन्होंने इसकी कार्यवार सूची सदन की मेज पर रखी।
उन्होंने कहा कि यह सही है कि विधायक कोष से अनुशंषित कार्यों के लिए नगर निगम कोटा से अधिकांश कायोर्ं की टी.एस. विलंब से जारी की गई। कुछ कार्यों की निविदा प्रक्रिया में संवेदकों द्वारा भाग नहीं लेने एवं बार-बार निविदा आमंत्रित करने के कारण विलम्ब हुआ है। एस्टीमेट प्रस्तुत करने में विलम्ब के लिए जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि विधायक कोष योजना के प्रावधानानुसार विगत 4 वर्षो में पूर्ण हो चुके 223 कायोर्ं पर डिस्पले बोर्ड लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि विधायक कोष से स्वीकृत कायोर्ं को समय पर पूर्ण करवाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं शासन सचिव महोदय द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग एवं बैठकों के माध्यम से नियमित रूप से समीक्षा की जाती है। उन्होंने बताया कि कम प्रगति वाले जिलों के जिला कलक्टर्स को अर्ध शासकीय पत्र के माध्यम से प्रगति में सुधार के लिए निर्देशित किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर को सभी कार्यकारी विभागों के साथ नियमित बैठक कर योजना की प्रगति एवं कार्यों के क्रियान्वयन की समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके सम्बन्ध में जारी किए गए आदेश की प्रति सदन की मेज पर रखी।
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