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पूर्व और पश्चिम भारत को जोड़ने का सबसे बड़ा माध्यम श्रीकृष्ण: योगी आदित्यनाथ
मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने यहां शनिवार को कहा कि पूर्वोत्तर भारत को अगर जोड़ना है तो
भगवान श्रीकृष्ण सबसे बड़े माध्यम हैं। उन्होंने यह बात मथुरा में उप्र
ब्रजतीर्थ विकास का लोगो व वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रजक्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं, गीतों,
नृत्य व मुरली वीणा की भूमि है। भारतीय शास्त्रीय संगीत पर ब्रजक्षेत्र की
संस्कृति का बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। भगवान श्रीकृष्ण सोलह कलाओं के
अवतार यानी पूर्ण अवतार हैं। इस क्षेत्र में जहां जाइए, वहां एक नया तीर्थ
भगवान की लीला से जुड़ा हुआ मिलता है। इसलिए दुनिया में यह ब्रजभूमि अलग
पहचान बनाकर रखती है।
उन्होंने इसका उदाहरण लोहवन गांव के लोगों की भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट श्रद्धा बताया। उन्होंने कहा कि एक भावनात्मक रिश्ता जब आस्था में बदलती है तो यह आस्था भारतीय राष्ट्रीयता को मजबूती प्रदान करती है।
योगी ने कहा कि ब्रजक्षेत्र के लोग सौभाग्यशाली हैं। रसखान ने भी इस भूमि के महत्व का वर्णन किया है। उन्होंने कहा कि 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' के तहत पीलीभीत के उत्पाद बांसुरी को भी शामिल किया गया है। ब्रजक्षेत्र विकास के लिए बहुत योजनायें तैयार की गई हैं। साथ ही, उप्र ब्रजतीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। भारत में धार्मिक व आध्यात्मिक ²ष्टि से पर्यटकों को आकर्षित करने तथा प्राचीन परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट व आध्यात्मिक आदि सर्किटों का विकास किया जा रहा है।
आईएएनएस
उन्होंने इसका उदाहरण लोहवन गांव के लोगों की भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट श्रद्धा बताया। उन्होंने कहा कि एक भावनात्मक रिश्ता जब आस्था में बदलती है तो यह आस्था भारतीय राष्ट्रीयता को मजबूती प्रदान करती है।
योगी ने कहा कि ब्रजक्षेत्र के लोग सौभाग्यशाली हैं। रसखान ने भी इस भूमि के महत्व का वर्णन किया है। उन्होंने कहा कि 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' के तहत पीलीभीत के उत्पाद बांसुरी को भी शामिल किया गया है। ब्रजक्षेत्र विकास के लिए बहुत योजनायें तैयार की गई हैं। साथ ही, उप्र ब्रजतीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। भारत में धार्मिक व आध्यात्मिक ²ष्टि से पर्यटकों को आकर्षित करने तथा प्राचीन परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट व आध्यात्मिक आदि सर्किटों का विकास किया जा रहा है।
आईएएनएस
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