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जिला प्रशासन ने पूछा- क्यों न हॉस्टल को सील कर दिया जाए
कोटा। जिला प्रशासन ने शिक्षण संस्थाओं एवं हॉस्टल संचालकों के लिए बनाई गई गाइड लाइन की पालना नहीं करने हॉस्टल संचालकों से पूछा है कि क्यों न हॉस्टल को सील कर दिया जाए। राजीव गांधी नगर स्थित मोहिनी रेजीडेंस की घटना पर जिला कलेक्टर रोहित गुप्ता ने प्रसंज्ञान लेते हुए प्रकरण के अन्तर्गत धारा 133 सीआरपीसी के तहत दर्ज कर पुलिस अधीक्षक शहर से रिपोर्ट तलब की है।
कलेक्टर ने बताया कि मोहिनी रेजीडेंसी में मृतक कोचिंग छात्र अब्दुल अजीज (20) का कमरा नम्बर 106 ग्राउंड फ्लोर पर स्थित होने के बावजूद हॉस्टल संचालक कमल सिंह एवं वार्डन ललितेश मीणा ने 3 दिन तक उसके कमरे को न तो चैक किया और न किसी सफाई कर्मचारी से कमरे को सफाई करने के लिए खुलवाने का प्रयास किया। तीन दिन तक किसी ने उसके मैस में खाना नहीं खाने की बात को भी नोटिस नहीं किया। तीन दिन बाद 6 दिसम्बर की शाम पता चला कि छात्र अब्दुल अजीज ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। रिपोर्ट के अनुसार जांच व अवलोकन नहीं करने पर दोषी व्यक्ति 20 मार्च तक नोटिस का जवाब प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बताया कि क्यों न उनके द्वारा की गई गंभीर लापरवाही एवं जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई गाइड लाइन की पालना नहीं करने पर हॉस्टल को सील कर दिया जाए।
कलेक्टर ने बताया कि मोहिनी रेजीडेंसी में मृतक कोचिंग छात्र अब्दुल अजीज (20) का कमरा नम्बर 106 ग्राउंड फ्लोर पर स्थित होने के बावजूद हॉस्टल संचालक कमल सिंह एवं वार्डन ललितेश मीणा ने 3 दिन तक उसके कमरे को न तो चैक किया और न किसी सफाई कर्मचारी से कमरे को सफाई करने के लिए खुलवाने का प्रयास किया। तीन दिन तक किसी ने उसके मैस में खाना नहीं खाने की बात को भी नोटिस नहीं किया। तीन दिन बाद 6 दिसम्बर की शाम पता चला कि छात्र अब्दुल अजीज ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। रिपोर्ट के अनुसार जांच व अवलोकन नहीं करने पर दोषी व्यक्ति 20 मार्च तक नोटिस का जवाब प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बताया कि क्यों न उनके द्वारा की गई गंभीर लापरवाही एवं जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई गाइड लाइन की पालना नहीं करने पर हॉस्टल को सील कर दिया जाए।
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