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कांग्रेस शासन में चढ़ावे से राजनीति चमकाते रहे
ज्वालामुखी
(मोनिका शर्मा)। ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला ने आरोप लगाया है कि
कांग्रेस राज में ज्वालामुखी मंदिर को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था।तत्कालीन विधायक मंदिर के चढ़ावे से अपनी राजनीति चमकाते रहे। जिससे बड़े
पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ।
धवाला ने कहा कि मंदिर के चढ़ावे का इस्तेमाल श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं जुटाने पर होना चाहिये। लेकिन इसे चहेतों को बांट दिया गया।
यहां पत्रकारों से बातचीत में धवाला ने कहा कि सरकारी नियंत्रण वाले किसी भी मंदिर की आमदन का इस तरीके से प्रयोग नहीं हो सकता, जिस तरीके से कांग्रेस राज में किया गया है। हिन्दू सार्वजनिक संस्थान एंव पूर्व विन्यास अधिनियम के तहत मंदिर की आमदन सनातन धर्म के लिये खर्च हो सकती है या फिर श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए। ज्वालामुखी मंदिर न्यास इस सबकी अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि कि चाटुकारिता में लगे सरकारी अधिकारीयों ने अपना दायित्व भुलाकर सब कुछ होने दिया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में ज्वालामुखी मंदिर में बड़े पैमाने पर गोलमाल हुआ है। गरीबों को मदद देने के बहाने चंद चहेते लोगों को आर्थिक सहायता देने के बहाने अपनी राजनिति चमकाने का प्रयास हुआ है।
धवाला ने अफसोस जताया कि मंदिर अधिकारी को सरेआम चढ़ावा चुराते हुये पकड़ा गया,लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मंदिर न्यास के एक न्यासी को भी कांग्रेस राज में चढ़ावे की चोरी करते हुये पकड़ा गया। उस पर भी कार्रवाई नहीं हुई।
धवाला ने कहा कि मंदिर के चढ़ावे का इस्तेमाल श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं जुटाने पर होना चाहिये। लेकिन इसे चहेतों को बांट दिया गया।
यहां पत्रकारों से बातचीत में धवाला ने कहा कि सरकारी नियंत्रण वाले किसी भी मंदिर की आमदन का इस तरीके से प्रयोग नहीं हो सकता, जिस तरीके से कांग्रेस राज में किया गया है। हिन्दू सार्वजनिक संस्थान एंव पूर्व विन्यास अधिनियम के तहत मंदिर की आमदन सनातन धर्म के लिये खर्च हो सकती है या फिर श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए। ज्वालामुखी मंदिर न्यास इस सबकी अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि कि चाटुकारिता में लगे सरकारी अधिकारीयों ने अपना दायित्व भुलाकर सब कुछ होने दिया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में ज्वालामुखी मंदिर में बड़े पैमाने पर गोलमाल हुआ है। गरीबों को मदद देने के बहाने चंद चहेते लोगों को आर्थिक सहायता देने के बहाने अपनी राजनिति चमकाने का प्रयास हुआ है।
धवाला ने अफसोस जताया कि मंदिर अधिकारी को सरेआम चढ़ावा चुराते हुये पकड़ा गया,लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मंदिर न्यास के एक न्यासी को भी कांग्रेस राज में चढ़ावे की चोरी करते हुये पकड़ा गया। उस पर भी कार्रवाई नहीं हुई।
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