Advertisement
धरतीपुत्रों को हक दिलाने के लिए सरकार को कर देंगे मजबूर : पायलट
जयपुर/झालावाड़। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सचिन पायलट के नेतृत्व में किसान न्याय पदयात्रा बुधवार सुबह 8 बजे ग्राम बामला से शुरू होकर ग्राम धोलकुंआ, बोरदा, चौकी, बपावरखुर्द, बपावरकलां, लटूरी, डूंगरपुर, मोईकलां, भैरूंपुरा, बिलासरा, चीकली, सूमर, दोबडा रोड होती हुई देर शाम खानपुर, जिला झालावाड़ पहुंची। यहां यात्रा में सम्मिलित हजारों किसानों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रात्रि पड़ाव किया।
पायलट ने कहा कि गत दो दिन में हाड़ौती क्षेत्र के किसानों को कांग्रेस किसान न्याय पदयात्रा से संबल मिला है। उन्होंने कहा कि गत चार सालों में इस क्षेत्र की अनदेखी चरम पर रही है, जिससे किसानों का मनोबल टूटा है। लहसुन की उपज का लागत के बराबर भी मूल्य नहीं मिलने से किसानों ने आत्महत्या की है, जिससे पूरे प्रदेश के किसानों को आघात पहुंचा है, परन्तु दुर्भाग्य यह है कि सत्ता में बैठी भाजपा के लोगों द्वारा पीड़ित किसानों व मृतकों के परिजनों को सांत्वना देना तो दूर इसके विपरीत भाजपा के लोग आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों को धमकाने में भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र में ईसबगोल भी बहुतायत में पैदा होता है, परंतु इसके लिए अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है, हम चाहते हैं कि जीरा, धनिया व ईसबगोल भी न्यूनतम समर्थन मूल्य के दायरे में आए, ताकि किसान को उसकी लागत का उचित मूल्य मिल सके।
पायलट के साथ यात्रा के दौरान मृतक किसानों के परिजन भी शामिल हुए। गांवों से जब यात्रा गुजरी तो पायलट ने किसानों के साथ संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलवाया कि उनकी समस्त समस्याओं के निदान के लिए कांग्रेस संघर्ष कर रही है और जब तक सम्पूर्ण ऋण माफी की घोषणा भाजपा सरकार नहीं करेगी, तब तक कांग्रेस चैन से नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश व प्रदेश में किसान आंदोलन कर रहे हैं, तमिलनाडू के किसानों ने तो केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से आहत होकर उच्चतम न्यायालय के समक्ष अपनी पीड़ा जाहिर करने के लिए प्रदर्शन तक किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसान अपनी भूमि की अवाप्ति से दुखी होकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, परंतु उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
पायलट ने कहा कि गत दो दिन में हाड़ौती क्षेत्र के किसानों को कांग्रेस किसान न्याय पदयात्रा से संबल मिला है। उन्होंने कहा कि गत चार सालों में इस क्षेत्र की अनदेखी चरम पर रही है, जिससे किसानों का मनोबल टूटा है। लहसुन की उपज का लागत के बराबर भी मूल्य नहीं मिलने से किसानों ने आत्महत्या की है, जिससे पूरे प्रदेश के किसानों को आघात पहुंचा है, परन्तु दुर्भाग्य यह है कि सत्ता में बैठी भाजपा के लोगों द्वारा पीड़ित किसानों व मृतकों के परिजनों को सांत्वना देना तो दूर इसके विपरीत भाजपा के लोग आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों को धमकाने में भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र में ईसबगोल भी बहुतायत में पैदा होता है, परंतु इसके लिए अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है, हम चाहते हैं कि जीरा, धनिया व ईसबगोल भी न्यूनतम समर्थन मूल्य के दायरे में आए, ताकि किसान को उसकी लागत का उचित मूल्य मिल सके।
पायलट के साथ यात्रा के दौरान मृतक किसानों के परिजन भी शामिल हुए। गांवों से जब यात्रा गुजरी तो पायलट ने किसानों के साथ संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलवाया कि उनकी समस्त समस्याओं के निदान के लिए कांग्रेस संघर्ष कर रही है और जब तक सम्पूर्ण ऋण माफी की घोषणा भाजपा सरकार नहीं करेगी, तब तक कांग्रेस चैन से नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश व प्रदेश में किसान आंदोलन कर रहे हैं, तमिलनाडू के किसानों ने तो केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से आहत होकर उच्चतम न्यायालय के समक्ष अपनी पीड़ा जाहिर करने के लिए प्रदर्शन तक किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसान अपनी भूमि की अवाप्ति से दुखी होकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, परंतु उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
झालावाड़
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement