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रामरहीम से कम नहीं है ये जैनमुनि, 19 साल की लड़कीने लगाए ये आरोप
सूरत। अभी तक आपने बाबा रामहीम की डेरे में
रची करतूत के बारे में सुना होगा।लेकिन अब गुजरात में 45 साल के जैन मुनि शांति सागर महाराज
की हैवानियत सबके सामने आ गई है। सूरत में एक युवती को अपनी हवस का शिकार बनाने के
आरोप में जैनमुनि को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली। रेप केस में फंसे जैन मुनि शांति सागर ने कबूल लिया है कि उन्होंने पीडित लडकी के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। जैन मुनि ने मेडिकल जांच के दौरान कहा कि उसने लडकी के साथ सहमति से शारीरिक संबंध बनाए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें जानबूझकर रेप केस मेंं फंसाया जा रहा है। जैन मुनि शांति सागर ने कहा कि वह लडकी को पिछले 5-6 माह से जानते हैं। उनका कहना है कि लडकी पहली बार सपरिवार उनके मिलने सूरत आई थी। साथ ही उन्होंने बताया कि टीमलियावाड नानपुरा धर्मशाला में लडकी की रजामंदी से उनके बीच शारीरिक संबंध बने थे। जब डॉक्टर ने उनसे पूछा कि आपने साधु होते हुए ऐसा किया तो जैन मुनि ने अपना सिर झुका लिया।
कौन है यह जैन मुनि शांति सागर:
प्राप्त जानकारी के अनुसार जैन मुनि शाति सागर का पहले नाम गिरिराज शर्मा था। गिरिराज शर्मा एक जैन संत के संपर्क में आया और 22 की उम्र में दीक्षा ली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दीक्षा लेने से पहले वह मौज-मस्ती भरी जिंदगी जीता था। गिरिराज शर्मा मध्य प्रदेश के गुना में रहता था। उसके पिता का नाम सज्जनलाल शर्मा था और वे हलवाई थे लेकिन वह अपने पिता से अलग अपने ताऊजी के पास गुना में रहता था। उसे क्रिकेट खेलना पसंद था और वह अपने नए कपडे, हेयर स्टाइल और फैशनेबल लुक के कारण दोस्तों के बीच मशहूर था।
लडकी ने लगाए ये आरोप:रेप पीडिता ने पुलिस को बताया कि वो अपने माता-पिता के साथ शांतिसागर के आश्रम गई थी। उसे मुनि ने मंत्र जाप करने के बहाने रात में रुकने के लिए कहा और उसके माता-पिता को वापस भेज दिया। इसके बाद मुनि ने लडकी को धमकाते हुए रेप किया और किसी को बताने पर उसके माता-पिता को मार डालने धमकी भी दी।
नई दिल्ली। रेप केस में फंसे जैन मुनि शांति सागर ने कबूल लिया है कि उन्होंने पीडित लडकी के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। जैन मुनि ने मेडिकल जांच के दौरान कहा कि उसने लडकी के साथ सहमति से शारीरिक संबंध बनाए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें जानबूझकर रेप केस मेंं फंसाया जा रहा है। जैन मुनि शांति सागर ने कहा कि वह लडकी को पिछले 5-6 माह से जानते हैं। उनका कहना है कि लडकी पहली बार सपरिवार उनके मिलने सूरत आई थी। साथ ही उन्होंने बताया कि टीमलियावाड नानपुरा धर्मशाला में लडकी की रजामंदी से उनके बीच शारीरिक संबंध बने थे। जब डॉक्टर ने उनसे पूछा कि आपने साधु होते हुए ऐसा किया तो जैन मुनि ने अपना सिर झुका लिया।
कौन है यह जैन मुनि शांति सागर:
प्राप्त जानकारी के अनुसार जैन मुनि शाति सागर का पहले नाम गिरिराज शर्मा था। गिरिराज शर्मा एक जैन संत के संपर्क में आया और 22 की उम्र में दीक्षा ली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दीक्षा लेने से पहले वह मौज-मस्ती भरी जिंदगी जीता था। गिरिराज शर्मा मध्य प्रदेश के गुना में रहता था। उसके पिता का नाम सज्जनलाल शर्मा था और वे हलवाई थे लेकिन वह अपने पिता से अलग अपने ताऊजी के पास गुना में रहता था। उसे क्रिकेट खेलना पसंद था और वह अपने नए कपडे, हेयर स्टाइल और फैशनेबल लुक के कारण दोस्तों के बीच मशहूर था।
लडकी ने लगाए ये आरोप:रेप पीडिता ने पुलिस को बताया कि वो अपने माता-पिता के साथ शांतिसागर के आश्रम गई थी। उसे मुनि ने मंत्र जाप करने के बहाने रात में रुकने के लिए कहा और उसके माता-पिता को वापस भेज दिया। इसके बाद मुनि ने लडकी को धमकाते हुए रेप किया और किसी को बताने पर उसके माता-पिता को मार डालने धमकी भी दी।
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