Advertisement
स्वयं सहायता समूहों के ऋण का ब्याज सरकार जमा करेगी-सीएम खट्टर
चंडीगढ़/भिवानी।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल
ने आज राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह में काम कर रही महिलाओं
के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में हजारों महिलाओं के बीच स्वयं सहायता समूहों के ऋण का
ब्याज सरकार द्वारा जमा करने की घोषणा की, वहीं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड ने स्वयं
सहायता समूह के उत्पाद के लिए बाजार में नया ब्रांड लाने की घोषणा की। ब्रांड के आने
से बाजार में स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद और अधिक लोकप्रिय होगें। इस ब्रांड की
प्रमोशन ग्रामीण विकास विभाग द्वारा की जाएगी।
आज भिवानी में तीन दिवसीय हरियाणा स्वर्ण जयंती उत्सव समारोह का शुभारम्भ करने के पश्चात प्रदेश भर से आई स्वयं सहायता समूह की हजारों महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गांवों में काम करने वालें स्वयं सहायता समूहों के बैंक ऋण का ब्याज अब सरकार चुकाएगी। यह ब्याज सरकार तब तक भरेगी, जब तक कि समूह की प्रत्येक सदस्य की आय एक लाख रूपए सालाना नहीं हो जाती। स्वयं सहायता समूह के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इन समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए हरियाणा में नया ब्रांड पंजीकृत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हरियाणा सरकार स्वयं सहायता समूहों को बैंक ऋण पर ब्याज चुकाने के भार से मुक्त करेंगी। सरकार यह ब्याज समूह की प्रत्येक सदस्य वार्षिक आय एक लाख रूपये होने तक अदा करती रहेगी। इससे स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक संबल मिलेगा। मनोहर लाल ने घोषणा की कि प्रत्येक जिले में हर साल वार्षिक आय के आधार पर प्रथम तीन समूहों को एक लाख, पचास हजार व पच्चीस हजार रूपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इन समूहों के प्रति सदस्य की आय के अनुसार ईनाम दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संकल्प से सिद्धि की ओर सूत्र का अनुकरण करते हुए सामाजिक आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के उद्देश्य से इस कार्यफ्म का आयोजन किया गया है। उन्होंने उपस्थित महिला सदस्यों को वर्ष 2022 तक एक नए भारत का निर्माण करते हुए गरीबी दूर करने, स्वच्छता, भ्रष्टाचार व आतंकवाद से मुक्त वातावरण बनाने, संप्रदायवाद, जातिवाद को दूर करते हुए हर गांव में स्वयं सहायता समूह बनाने और हर युवा को कौशल प्रदान करने का संकल्प करवाया। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि महिला कार्यकर्ता तन और मन से इस संकल्प को पूरा करें।
उन्होंने कहा कि दीन दयाल ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत स्वयं सहायता समूह की 26 हजार कार्यकर्ताओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया गया है। सरकार का प्रयास है कि अगले दो वर्षों में प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की संख्या एक लाख पहुंच जाएं। प्रदेश में कौशल विकास को प्रोत्साहन देते हुए दो लाख युवाओं को विश्वविद्यालय के माध्यम से किसी न किसी व्यवसाय या रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। सरकार ने विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक नीति लागू की, जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में साठ हजार करोड़ रूपये का निवेश किया गया और इनमें एक लाख युवाओं को रोजगार मिला है।
कृषि, पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह नौकरों का नहीं, मालिकों का सम्मेलन है। इनका व्यवसाय भले ही आर्थिक दृष्टि से छोटा हो मगर इन महिलाओं की इच्छाशक्ति और हौसले बुलंद है। इन हौसलों को देखते हुए हमने यह तय किया है कि इनके उत्पादों को एक ब्राण्ड बनाकर उसकी प्रमोशन सरकार करेंगी। सरकार का यह प्रयास है कि आने वाले पांच सालों में स्वयं सहायता समूहों का टर्नओवर अब जहां 130 करोड़ रूपये है, वह पांच हजार करोड़ रूपये सालाना तक पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि सरकार स्वयं सहायता समूह को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार की कोशिश है कि स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य की आय एक लाख रूपये वार्षिक होनी चाहिए। इससे गांवों में बेरोजगारी समाप्त होगी और लोगों का रूझान स्वरोजगार की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हम छ: लाख परिवारों को इस मिशन के द्वारा जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद है कि यह संकल्प सिद्धि की ओर अग्रसर होगा।
पंचायत मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इस आजीविका मिशन के तहत पांच आधार ऐसे है, जिनसे ये स्वयं सहायता समूह आर्थिक रूप से मजबूत और टिकाऊ बनेगें। उन्होंने कहा हर महिला के लिए शिक्षा, समूह का समर्थ एवं संपन्न होना, स्वच्छता, पौधारोपण, आजीविका का स्थाई साधन इसके माध्यम हो सकते है। उन्होंने कहा कि इससे हरियाणा विकसित होगा और इन महिलाओं का उसमें अहम योगदान होगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि जब भी समाज ने या किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में संकल्प लिया है तो उसे पूरा करके भी दिखाया है। उदाहरण के तौर पर 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो का संकल्प लिया था और 15 अगस्त, 1947 को यह पूरा हुआ। हम भी आज यह संकल्प लेते है कि अगले पांच सालों में स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सम्पन्न और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाई गई स्टॉल व उनके उत्पादों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने झज्जर जिले के गांव बधानी से आए स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए बाजरे के बिस्कुट व लड्डू का स्वाद भी चखा।
आज भिवानी में तीन दिवसीय हरियाणा स्वर्ण जयंती उत्सव समारोह का शुभारम्भ करने के पश्चात प्रदेश भर से आई स्वयं सहायता समूह की हजारों महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गांवों में काम करने वालें स्वयं सहायता समूहों के बैंक ऋण का ब्याज अब सरकार चुकाएगी। यह ब्याज सरकार तब तक भरेगी, जब तक कि समूह की प्रत्येक सदस्य की आय एक लाख रूपए सालाना नहीं हो जाती। स्वयं सहायता समूह के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इन समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए हरियाणा में नया ब्रांड पंजीकृत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हरियाणा सरकार स्वयं सहायता समूहों को बैंक ऋण पर ब्याज चुकाने के भार से मुक्त करेंगी। सरकार यह ब्याज समूह की प्रत्येक सदस्य वार्षिक आय एक लाख रूपये होने तक अदा करती रहेगी। इससे स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक संबल मिलेगा। मनोहर लाल ने घोषणा की कि प्रत्येक जिले में हर साल वार्षिक आय के आधार पर प्रथम तीन समूहों को एक लाख, पचास हजार व पच्चीस हजार रूपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इन समूहों के प्रति सदस्य की आय के अनुसार ईनाम दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संकल्प से सिद्धि की ओर सूत्र का अनुकरण करते हुए सामाजिक आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के उद्देश्य से इस कार्यफ्म का आयोजन किया गया है। उन्होंने उपस्थित महिला सदस्यों को वर्ष 2022 तक एक नए भारत का निर्माण करते हुए गरीबी दूर करने, स्वच्छता, भ्रष्टाचार व आतंकवाद से मुक्त वातावरण बनाने, संप्रदायवाद, जातिवाद को दूर करते हुए हर गांव में स्वयं सहायता समूह बनाने और हर युवा को कौशल प्रदान करने का संकल्प करवाया। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि महिला कार्यकर्ता तन और मन से इस संकल्प को पूरा करें।
उन्होंने कहा कि दीन दयाल ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत स्वयं सहायता समूह की 26 हजार कार्यकर्ताओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया गया है। सरकार का प्रयास है कि अगले दो वर्षों में प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की संख्या एक लाख पहुंच जाएं। प्रदेश में कौशल विकास को प्रोत्साहन देते हुए दो लाख युवाओं को विश्वविद्यालय के माध्यम से किसी न किसी व्यवसाय या रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। सरकार ने विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक नीति लागू की, जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में साठ हजार करोड़ रूपये का निवेश किया गया और इनमें एक लाख युवाओं को रोजगार मिला है।
कृषि, पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह नौकरों का नहीं, मालिकों का सम्मेलन है। इनका व्यवसाय भले ही आर्थिक दृष्टि से छोटा हो मगर इन महिलाओं की इच्छाशक्ति और हौसले बुलंद है। इन हौसलों को देखते हुए हमने यह तय किया है कि इनके उत्पादों को एक ब्राण्ड बनाकर उसकी प्रमोशन सरकार करेंगी। सरकार का यह प्रयास है कि आने वाले पांच सालों में स्वयं सहायता समूहों का टर्नओवर अब जहां 130 करोड़ रूपये है, वह पांच हजार करोड़ रूपये सालाना तक पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि सरकार स्वयं सहायता समूह को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार की कोशिश है कि स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य की आय एक लाख रूपये वार्षिक होनी चाहिए। इससे गांवों में बेरोजगारी समाप्त होगी और लोगों का रूझान स्वरोजगार की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हम छ: लाख परिवारों को इस मिशन के द्वारा जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद है कि यह संकल्प सिद्धि की ओर अग्रसर होगा।
पंचायत मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इस आजीविका मिशन के तहत पांच आधार ऐसे है, जिनसे ये स्वयं सहायता समूह आर्थिक रूप से मजबूत और टिकाऊ बनेगें। उन्होंने कहा हर महिला के लिए शिक्षा, समूह का समर्थ एवं संपन्न होना, स्वच्छता, पौधारोपण, आजीविका का स्थाई साधन इसके माध्यम हो सकते है। उन्होंने कहा कि इससे हरियाणा विकसित होगा और इन महिलाओं का उसमें अहम योगदान होगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि जब भी समाज ने या किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में संकल्प लिया है तो उसे पूरा करके भी दिखाया है। उदाहरण के तौर पर 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो का संकल्प लिया था और 15 अगस्त, 1947 को यह पूरा हुआ। हम भी आज यह संकल्प लेते है कि अगले पांच सालों में स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सम्पन्न और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाई गई स्टॉल व उनके उत्पादों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने झज्जर जिले के गांव बधानी से आए स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए बाजरे के बिस्कुट व लड्डू का स्वाद भी चखा।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
भिवानी
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement