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फरीदाबाद के छात्रों ने स्मार्ट रेफ्रीजरेटर बनाकर ‘इनोवेटर प्रोजेक्ट अवार्ड’ जीता
चण्डीगढ़
। वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के
इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की सात सदस्यीय टीम ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स
(आईओटी) प्रौद्योगिकी पर आधारित स्मार्ट रेफ्रीजरेटर बनाकर ‘इनोवेटर
प्रोजेक्ट अवार्ड’ जीता है। डेनफोस इंडिया द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता
में विश्वविद्यालय टीम ने अंडर ग्रेजुएट श्रेणी में 75 हजार रुपये का नकद
पुरस्कार जीता है।
चेन्नई में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में विश्वविद्यालय टीम को पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसमें टीम की ओर से टीम के सदस्य अक्षय अग्रवाल ने प्राप्त किया। बी.टैक मैकेनिकल इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की पुरस्कार विजेता टीम के अन्य सदस्यों में अमित सिंह, अमित तुरान, अर्चित गुप्ता, अंकुश कश्यप, अजय खरबश तथा गुरवीर सिंह शामिल हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विजेता टीम को उनकी उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी है तथा प्रोजेक्ट से जुड़े विद्यार्थियों तथा संकाय सदस्यों के प्रयासों की सराहना की है। प्रवक्ता ने कहा कि विद्यार्थियों में क्षमता की कोई कमी नहीं है और विश्वविद्यालय प्रतिभावान विद्यार्थियों को आगे बढऩे के लिए हरसंभव सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को नई प्रौद्योगिकी को समझने तथा व्यवहारिक व औद्योगिक मानकों के अनुरूप कार्य अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है। ऐसे प्रोजेक्ट्स से ही विद्यार्थी इंजीनियरिंग की बारीकियों को सही ढंग से समझने में सक्षम बनते है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. तिलक राज तथा कुल सचिव डॉ. एस. के. शर्मा ने भी विद्यार्थियों को उनकी सफलता पर बधाई दी है।
प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि डेनफोस द्वारा शुरू किया गया ‘इनोवेटर प्रोजेक्ट अवार्ड’ एक प्रकार की इंटर-कालेज प्रतियोगिता है, जिसमें इंजीनियरिंग के अंडर-ग्रेजुएट व पोस्ट-ग्रेजुएट पाठ्यक्रम के विद्यार्थी हिस्सा लेते है। ये प्रतियोगिता जलवायु तथा ऊर्जा के क्षेत्र में भविष्य की प्रौद्योगिकी के लिए समाधान देने वाले इनोवेशन्स को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया ‘स्मार्ट रेफ्रीजरेटर’ एक प्रकार का इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरण है, जिसमें आद्रता, तापमान और खाद्य पदार्थों का पता लगाने जैसे फीचर है और ये सभी उपयोगी जानकारियां उपयोगकर्ता के स्मार्ट फोन पर प्रदर्शित होती है। इसके अलावा, स्मार्ट फोन से ही इसके कुछ फीचर्स को नियंत्रित भी किया जा सकता है, जिसमें पावर सप्लाई, वाटर व आईस डिस्पेंसिंग वॉल्व और रेफ्रीजरेटर की एमरजेंसी लाइट शामिल हैं।
‘स्मार्ट रेफ्रीजरेटर’ बनाने का प्रोजेक्ट एक साधारण रेफ्रीजरेटर को कम लागत में इंटरनेट कनैक्टिविटी व अन्य फीचर्स के साथ स्मार्ट बनाने की पूरी अवधारणा पर आधारित है। पुरस्कार विजेताओं को डेनफोस की चेन्नई स्थित विश्व स्तरीय विनिर्माण सुविधाओं पर कार्य का अनुभव देने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।
चेन्नई में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में विश्वविद्यालय टीम को पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसमें टीम की ओर से टीम के सदस्य अक्षय अग्रवाल ने प्राप्त किया। बी.टैक मैकेनिकल इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की पुरस्कार विजेता टीम के अन्य सदस्यों में अमित सिंह, अमित तुरान, अर्चित गुप्ता, अंकुश कश्यप, अजय खरबश तथा गुरवीर सिंह शामिल हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विजेता टीम को उनकी उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी है तथा प्रोजेक्ट से जुड़े विद्यार्थियों तथा संकाय सदस्यों के प्रयासों की सराहना की है। प्रवक्ता ने कहा कि विद्यार्थियों में क्षमता की कोई कमी नहीं है और विश्वविद्यालय प्रतिभावान विद्यार्थियों को आगे बढऩे के लिए हरसंभव सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को नई प्रौद्योगिकी को समझने तथा व्यवहारिक व औद्योगिक मानकों के अनुरूप कार्य अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है। ऐसे प्रोजेक्ट्स से ही विद्यार्थी इंजीनियरिंग की बारीकियों को सही ढंग से समझने में सक्षम बनते है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. तिलक राज तथा कुल सचिव डॉ. एस. के. शर्मा ने भी विद्यार्थियों को उनकी सफलता पर बधाई दी है।
प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि डेनफोस द्वारा शुरू किया गया ‘इनोवेटर प्रोजेक्ट अवार्ड’ एक प्रकार की इंटर-कालेज प्रतियोगिता है, जिसमें इंजीनियरिंग के अंडर-ग्रेजुएट व पोस्ट-ग्रेजुएट पाठ्यक्रम के विद्यार्थी हिस्सा लेते है। ये प्रतियोगिता जलवायु तथा ऊर्जा के क्षेत्र में भविष्य की प्रौद्योगिकी के लिए समाधान देने वाले इनोवेशन्स को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया ‘स्मार्ट रेफ्रीजरेटर’ एक प्रकार का इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरण है, जिसमें आद्रता, तापमान और खाद्य पदार्थों का पता लगाने जैसे फीचर है और ये सभी उपयोगी जानकारियां उपयोगकर्ता के स्मार्ट फोन पर प्रदर्शित होती है। इसके अलावा, स्मार्ट फोन से ही इसके कुछ फीचर्स को नियंत्रित भी किया जा सकता है, जिसमें पावर सप्लाई, वाटर व आईस डिस्पेंसिंग वॉल्व और रेफ्रीजरेटर की एमरजेंसी लाइट शामिल हैं।
‘स्मार्ट रेफ्रीजरेटर’ बनाने का प्रोजेक्ट एक साधारण रेफ्रीजरेटर को कम लागत में इंटरनेट कनैक्टिविटी व अन्य फीचर्स के साथ स्मार्ट बनाने की पूरी अवधारणा पर आधारित है। पुरस्कार विजेताओं को डेनफोस की चेन्नई स्थित विश्व स्तरीय विनिर्माण सुविधाओं पर कार्य का अनुभव देने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।
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