Advertisement
समग्र विकास के लिए महिलाओं को सशक्त करना जरूरी- मंत्री कविता जैन
पंचकुला। हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने
कहा कि हरियाणा में यौन अपराधों के मामले में पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने
के निर्देश दिये गये हैं। राज्य सरकार इन मामलों में फांसी की सजा तक
दिलाने के लिए कानून बनाने जा रही है।
जैन आज पंचकुला के इंद्रधनुष सभागार मेें राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहीं थी। उन्होने कहा कि समाज व देश के समग्र विकास के लिए महिलाओं को सशक्त करना जरूरी है। जिस रफ्तार से महिलाएं सशक्त होंगी, और विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ेंगी, उसी गति से हम एक अधिक संवेदनशील और न्यायपूर्ण समाज की ओर आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की बालिकाएं भी शिक्षा, संस्कृति, गायन, कला, चिकित्सा, समाज कल्याण, जागृति जागरण, महिला सशक्तिकरण, खेल, पर्वतारोहण, हवाई उड़ान, सेना तथा अन्य बहुत से क्षेत्रों में शानदार काम करके समाज और प्रदेश की प्रगति में अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी के नेतृत्व में महिलाओं तथा बालिकाओं के कल्याण, विकास, संरक्षण तथा सशक्तिकरण की अनेक नई योजनाएं शुरू की गई हैं। हरियाणा सरकार महिलाओं तथा बालिकाओं के चहुंमुखी विकास तथा सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्घ है ताकि वे शान से रह सके और वह हिंसा एवं भेदभाव मुक्त वातावरण मेें विकास प्रक्रिया में बराबरी का योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि पूर्वाग्रह की मानसिकता के चलते , आज भी महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं। सडक़ों पर , दफ्तरों-बाज़ारों में, यात्रा करने में, और समारोहों में , वे असुरक्षित महसूस करती हैं। यह हम सबके लिए चिंता का विषय है। इस असुरक्षा को दूर करना,सरकार के साथ-साथ,समाज के हर तबके की भी जि़म्मेदारी है। जिसके लिए सरकार ने पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने कहा कि बालिकाओं का संवर्धन शिक्षण एवं संरक्षण के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान प्रारंभ किया गया था। सरकार द्वारा किये गये प्रयत्नों से उत्साहजनक परिणाम सामने आये हैं और हरियाणा अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बना है। गत तीन वर्षों में लिंगानुपात बढ़ कर 914 हो गया है। बालिकाओं की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा लडकियों की बी. ए.तक टयूश्न फीस फ्री की गई है। कालेज एवं यूनिवर्सिटी में पढने वाली महिलाओं को मातृत्व अवकाश दिया जा रहा है। इसके अलावा,प्रदेश में उच्चतर शिक्षा के प्रसार के लिए 20 किलोमीटर क्षेत्र में शिक्षा के संस्थान खोलने की योजना है। सरकार ने इस वर्ष 29 नये महाविद्यालयों के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जबकि गत वर्ष 22 नये महिला महाविद्यालयों को स्थापित किया गया था। उन्होने कहा कि कॉलेजों में पढऩे वाली लड़कियों को नि:शुल्क बस पास की सुविधा को 60 से बढ़ाकर 150 किलोमीटर किया गया है।
इस अवसर पर अंबाला के सांसद रत्नलाल कटारिया ने कहा कि हरियाणा की बेटियों ने पूरे विश्व में नाम रोशन किया है। बेटियां जिस भी क्षेत्र में आ रहीं हैं उसी में अग्रणी कार्य कर रहीं हैं वे सभी कार्य समर्पण भाव से करती है। उन्होंने कहा महिलाएं प्रदेश की जीडीपी में 27 प्रतिशत तक वृद्घि कर सकती है।
पंचकुला के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि महिला एवं बालिकाओं के बिना समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि महिलाएं दो परिवारों का पालन करती हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के समग्र विकास के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गर्भ में चुनिंदा लिंग को नष्ट करने की रोकथाम तथा बालिकाओं संरक्षण के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान प्रारम्भ किया गया।
इस समारोह के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में सरकारी व अर्ध सरकारी बाल संरक्षण संस्थान, ओपन शैल्टर होम में रहने वाली बालिकाओं एवं दिव्यांग बालिकाओं को विभिन्न वर्गों जैसे कि खेल, सांस्कृतिक, सामाजिक कार्य, मीडिया, साहित्य एवं बहादुरी के ़क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने पर 67 पुरस्कार भी दिये गये।
जैन आज पंचकुला के इंद्रधनुष सभागार मेें राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहीं थी। उन्होने कहा कि समाज व देश के समग्र विकास के लिए महिलाओं को सशक्त करना जरूरी है। जिस रफ्तार से महिलाएं सशक्त होंगी, और विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ेंगी, उसी गति से हम एक अधिक संवेदनशील और न्यायपूर्ण समाज की ओर आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की बालिकाएं भी शिक्षा, संस्कृति, गायन, कला, चिकित्सा, समाज कल्याण, जागृति जागरण, महिला सशक्तिकरण, खेल, पर्वतारोहण, हवाई उड़ान, सेना तथा अन्य बहुत से क्षेत्रों में शानदार काम करके समाज और प्रदेश की प्रगति में अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी के नेतृत्व में महिलाओं तथा बालिकाओं के कल्याण, विकास, संरक्षण तथा सशक्तिकरण की अनेक नई योजनाएं शुरू की गई हैं। हरियाणा सरकार महिलाओं तथा बालिकाओं के चहुंमुखी विकास तथा सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्घ है ताकि वे शान से रह सके और वह हिंसा एवं भेदभाव मुक्त वातावरण मेें विकास प्रक्रिया में बराबरी का योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि पूर्वाग्रह की मानसिकता के चलते , आज भी महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं। सडक़ों पर , दफ्तरों-बाज़ारों में, यात्रा करने में, और समारोहों में , वे असुरक्षित महसूस करती हैं। यह हम सबके लिए चिंता का विषय है। इस असुरक्षा को दूर करना,सरकार के साथ-साथ,समाज के हर तबके की भी जि़म्मेदारी है। जिसके लिए सरकार ने पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने कहा कि बालिकाओं का संवर्धन शिक्षण एवं संरक्षण के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान प्रारंभ किया गया था। सरकार द्वारा किये गये प्रयत्नों से उत्साहजनक परिणाम सामने आये हैं और हरियाणा अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बना है। गत तीन वर्षों में लिंगानुपात बढ़ कर 914 हो गया है। बालिकाओं की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा लडकियों की बी. ए.तक टयूश्न फीस फ्री की गई है। कालेज एवं यूनिवर्सिटी में पढने वाली महिलाओं को मातृत्व अवकाश दिया जा रहा है। इसके अलावा,प्रदेश में उच्चतर शिक्षा के प्रसार के लिए 20 किलोमीटर क्षेत्र में शिक्षा के संस्थान खोलने की योजना है। सरकार ने इस वर्ष 29 नये महाविद्यालयों के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जबकि गत वर्ष 22 नये महिला महाविद्यालयों को स्थापित किया गया था। उन्होने कहा कि कॉलेजों में पढऩे वाली लड़कियों को नि:शुल्क बस पास की सुविधा को 60 से बढ़ाकर 150 किलोमीटर किया गया है।
इस अवसर पर अंबाला के सांसद रत्नलाल कटारिया ने कहा कि हरियाणा की बेटियों ने पूरे विश्व में नाम रोशन किया है। बेटियां जिस भी क्षेत्र में आ रहीं हैं उसी में अग्रणी कार्य कर रहीं हैं वे सभी कार्य समर्पण भाव से करती है। उन्होंने कहा महिलाएं प्रदेश की जीडीपी में 27 प्रतिशत तक वृद्घि कर सकती है।
पंचकुला के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि महिला एवं बालिकाओं के बिना समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि महिलाएं दो परिवारों का पालन करती हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के समग्र विकास के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गर्भ में चुनिंदा लिंग को नष्ट करने की रोकथाम तथा बालिकाओं संरक्षण के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान प्रारम्भ किया गया।
इस समारोह के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में सरकारी व अर्ध सरकारी बाल संरक्षण संस्थान, ओपन शैल्टर होम में रहने वाली बालिकाओं एवं दिव्यांग बालिकाओं को विभिन्न वर्गों जैसे कि खेल, सांस्कृतिक, सामाजिक कार्य, मीडिया, साहित्य एवं बहादुरी के ़क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने पर 67 पुरस्कार भी दिये गये।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
पंचकुला़
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement