Due to the strictness in UP Board examinations, more than 10 lakh students left the exam-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Apr 19, 2024 11:27 am
Location
Advertisement

सख्ती देख उप्र के 10 लाख छात्रों ने छोड़ी बोर्ड परीक्षा : डॉ. दिनेश

khaskhabar.com : रविवार, 18 फ़रवरी 2018 12:51 PM (IST)
सख्ती देख उप्र के 10 लाख छात्रों ने छोड़ी बोर्ड परीक्षा : डॉ. दिनेश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शनिवार को कहा कि प्रदेश में इस बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में सरकार की सख्ती की वजह से 10 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद नकल विहीन परीक्षा कराने का भारी दबाव था और सरकार उसमें सफल रही है।

लाल बहादुर शास्त्री भवन में पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में परीक्षाओं में नकल माफियाओं का पूरी तरह से कब्जा हो गया था। लेकिन नई सरकार माफियाओं पर नकेल कसने में कामयाब रही। अगले वर्ष और बेहतर तरीके से परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।

शर्मा ने कहा, "पहले की सरकारों में बोर्ड की परीक्षाएं दो से ढाई महीने तक चलती थीं, लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद इसे एक महीने के भीतर सम्पन्न कराने का प्रयास किया गया। अगले वर्ष हम बोर्ड की परीक्षओं को 15 दिन के भीतर पूरा कराने का प्रयास करेंगे।"

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप ही उप्र सरकार अगले शैक्षणिक सत्र से उप्र में एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू करने का फैसला किया है। इससे छात्रों को काफी लाभ मिलेगा और वे अन्य छात्रों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकेंगे।

उपमुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज बजट की आलोचना वे लोग कर रहे हैं, जिन्होंने अपने समय में किसानों और नौजवानों के लिए कुछ नहीं किया।

डॉ. शर्मा ने कहा, "सरकार ने बजट में हर वर्ग के लिए भरपूर दिया है। सरकार बनते ही हमने किसानों का 36000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था। इस बजट में हमने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और पूर्वाचल एक्सप्रेसवे के लिए धन की व्यवस्था की है।"

--आईएएनएस

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar UP Facebook Page:
Advertisement
Advertisement