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गंदगी से जाम हुआ नाला, वार्डवासियों का जीना दुश्वार
बारां, 9 दिसम्बर। सफाई के अभाव में जाम हुए रामनगर नाले से उठती दुर्गंध व गंदगी से वार्डवासियों को जीना दुष्वार हो गया है। पार्षद शिवशंकर यादव ने नाले का मुक्तिधाम रोड की पुलिया के समीप नाले जायजा लिया तथा नगर परिषद की सफाई अव्यवस्था पर आक्रोष जताया। उन्होंने कहा कि पुलिया के मौखों के काफी सारा अवरोध बना हुआ है। जिससे खुलासा नहीं किया जाता है।
एक तरफ परिषद की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर के सौंदर्यीकरण व साफ-सुधरा बनाने का राग अलापा जा रहा है। तो दूसरी ओर अवरूद्ध होते नाले स्वच्छ भारत अभियान की कलई खोल रहे हैं।
वार्डवासी हरिओम नामा, रमेश कुमार राठौर, ओमप्रकाश यादव, लखन मेरोठा, धर्मेंद्र राठौर, हुकुमचंद यादव, राजेंद्र प्रजापति, जुगल प्रजापति, नेमीचंद सुमन आदि ने बताया कि इस नाले की न तो बारिष के पहले पूरी सफाई की गई और न ही बाद में। कुछ जगह आंशिक रूप से गंदगी निकालकर कार्य की इतिश्री कर दी गई थी।
सफाई के अभाव में इसमें जगह-जगह गंदगी व मलबे के ढेर लगे हुए हैं। झाड़-झकांड़ उगे हुए हैं। जिससे पानी अवरूद्ध हो रहा है। इसके कारण मच्छर पनप रहे हैं। इसके सटी बस्तियों में दिनभर दुर्गंध उठती रहती है। समूचा वातारण दूषित रहता है।
पार्षद यादव ने कहा कि नगर परिशद की ओर से सफाई पर प्रतिमाह लाखों रूपए व्यय किए जाते हैं, लेकिन प्रभावी सफाई व्यवस्था व निरीक्षण के अभाव हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं। लोग डेंगू, मलेरिया, टायफायड आदि बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। लेकिन न तो नगर परिशद प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही जिला प्रशासन।
एक तरफ परिषद की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर के सौंदर्यीकरण व साफ-सुधरा बनाने का राग अलापा जा रहा है। तो दूसरी ओर अवरूद्ध होते नाले स्वच्छ भारत अभियान की कलई खोल रहे हैं।
वार्डवासी हरिओम नामा, रमेश कुमार राठौर, ओमप्रकाश यादव, लखन मेरोठा, धर्मेंद्र राठौर, हुकुमचंद यादव, राजेंद्र प्रजापति, जुगल प्रजापति, नेमीचंद सुमन आदि ने बताया कि इस नाले की न तो बारिष के पहले पूरी सफाई की गई और न ही बाद में। कुछ जगह आंशिक रूप से गंदगी निकालकर कार्य की इतिश्री कर दी गई थी।
सफाई के अभाव में इसमें जगह-जगह गंदगी व मलबे के ढेर लगे हुए हैं। झाड़-झकांड़ उगे हुए हैं। जिससे पानी अवरूद्ध हो रहा है। इसके कारण मच्छर पनप रहे हैं। इसके सटी बस्तियों में दिनभर दुर्गंध उठती रहती है। समूचा वातारण दूषित रहता है।
पार्षद यादव ने कहा कि नगर परिशद की ओर से सफाई पर प्रतिमाह लाखों रूपए व्यय किए जाते हैं, लेकिन प्रभावी सफाई व्यवस्था व निरीक्षण के अभाव हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं। लोग डेंगू, मलेरिया, टायफायड आदि बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। लेकिन न तो नगर परिशद प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही जिला प्रशासन।
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