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जिलाधिकारी बोले- खराब हैंडपम्पों की करायें मराम्मत, न कराने पर होगी कार्रवाई
झांसी। यदि गांव में हैंडपम्प खराब है तो ग्राम प्रधान सर्वोच्च प्राथमिकता से ठीक करायें। यदि ठीक नहीं तो 95 जी के अंतर्गत कार्रवाई की जायेगी। क्षेत्र में पानी की उपलब्धता के हिसाब से किसानों को फसल बुबाई के लिए प्रेरित करें। किसानों को कम पानी में जल्द तैयार हो जाने वाली फसल के बीज उपलब्ध करायें। यह कहना है झांसी जिलाधिकारी कर्ण सिंह चौहान गांधी सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान दिये। उन्होंने कहा कि जानवरों के लिए पेयजल की उपलब्धता के साथ ही चारे की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। तहसील स्तर पर समस्त पशु अस्पताल में चिकित्सकों व दवाओं की उपलब्धता अनिवार्य रुप से हो। विद्युत सब स्टेशन का औचक निरीक्षक कर लोक बुक का सत्यापन किया जाये। नहर सफाई का सत्यापन किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में औसत वर्षा से भी 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, जो सूखे को दर्शाती है। जिलाधिकारी ने होने वाली क्राप कटिंग को अति संवेदनशील होकर किये जाने की सलाह दी और कहा कि क्राप कटिंग में शिथिलता बर्दास्त नहीं की जायेगी। नहारों की सिल्ट सफाई को नियमानुसार किये जाने और कार्य का सत्यापन सभी एसडीएम द्वारा किया जाये। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को निरीक्षण कर यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि पानी टेल तक पहुंचा या नही, यदि ठेकेदार द्वारा कार्य में गड़बड़ी की जाती है तो रिपोर्ट दे, ताकि कार्यवाही की जा सके।
बैठक में कृषि विभाग को निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये कि उपलब्ध पानी के सापेक्ष फसल और किस्म का निर्धारण करे ताकि नुकसान न हो। खरीफ में उर्द, मूंग में 50 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है तथा धान, मक्का, ज्वार, बाजरा में 20 से 30 प्रतिशत की क्षति है तथा मूंगफली सोयाबीन व तिल में 35 से 50 प्रतिशत तक क्षति है। कृषि विभाग द्वारा बताया गया परंतु वास्तविक स्थिति क्राप कटिंग के बाद सामने आयेगी। क्राप कटिंग में संवेदनशील होकर कार्य करने के साथ ही बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को भी शामिल करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिये ताकि किसान का उत्पीड़न न हो सके।
बैठक में अधिशाषी अभियंता जल संस्थान एन उपाध्याय ने सम्भावित सूखे को दृष्टिगत रखते हुए झांसी जनपद की विभिन्न इकाईयों में जलापूर्ति सुचारु बनाये रखने के लिए हैंडपम्पों की सामान्य मरम्मत, जीआई पम्प बढ़ाना मय सामग्री एवं श्रमिक सहित टैंकर से जलापूर्ति व्यवस्थाा व पुराने टैंकरों की क्षमता वृद्धि के लिए बाडी बदलने का कार्य मरम्मत कराई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में औसत वर्षा से भी 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, जो सूखे को दर्शाती है। जिलाधिकारी ने होने वाली क्राप कटिंग को अति संवेदनशील होकर किये जाने की सलाह दी और कहा कि क्राप कटिंग में शिथिलता बर्दास्त नहीं की जायेगी। नहारों की सिल्ट सफाई को नियमानुसार किये जाने और कार्य का सत्यापन सभी एसडीएम द्वारा किया जाये। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को निरीक्षण कर यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि पानी टेल तक पहुंचा या नही, यदि ठेकेदार द्वारा कार्य में गड़बड़ी की जाती है तो रिपोर्ट दे, ताकि कार्यवाही की जा सके।
बैठक में कृषि विभाग को निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये कि उपलब्ध पानी के सापेक्ष फसल और किस्म का निर्धारण करे ताकि नुकसान न हो। खरीफ में उर्द, मूंग में 50 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है तथा धान, मक्का, ज्वार, बाजरा में 20 से 30 प्रतिशत की क्षति है तथा मूंगफली सोयाबीन व तिल में 35 से 50 प्रतिशत तक क्षति है। कृषि विभाग द्वारा बताया गया परंतु वास्तविक स्थिति क्राप कटिंग के बाद सामने आयेगी। क्राप कटिंग में संवेदनशील होकर कार्य करने के साथ ही बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को भी शामिल करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिये ताकि किसान का उत्पीड़न न हो सके।
बैठक में अधिशाषी अभियंता जल संस्थान एन उपाध्याय ने सम्भावित सूखे को दृष्टिगत रखते हुए झांसी जनपद की विभिन्न इकाईयों में जलापूर्ति सुचारु बनाये रखने के लिए हैंडपम्पों की सामान्य मरम्मत, जीआई पम्प बढ़ाना मय सामग्री एवं श्रमिक सहित टैंकर से जलापूर्ति व्यवस्थाा व पुराने टैंकरों की क्षमता वृद्धि के लिए बाडी बदलने का कार्य मरम्मत कराई जाए।
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