Advertisement
फूल को पुल सुनने के कारण मची थी एलफिंस्टन स्टेशन पर भगदड़ और...
मुंबई। मुंबई के पश्चिम रेलवे में एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर शुक्रवार को मची भगदड़ की एक जश्मदीद ने हकीकत बयां की। जश्मदीद ने खुलासा किया कि फूल को पुल सुनने के कारण भगदड़ मची थी और बड़ा हादसा हुआ था। प्रत्यक्षदर्शी शिल्पा विश्वकर्मा ने बताया है कि भीड़ में से कोई चिल्लाया था फूल गिर गया जिसे लोगों ने सुना पुल गिर गया और यह हादसा हो गया। शिल्पा ने रेलवे के जांच पैनल को बताया कि भारी भीड़ के बीच एक फूलवाला सीढिय़ों पर फिसल गया था। गिरते ही वह चिल्लाने लगा कि फूल गिर गया। इस पर कुछ लोगों ने सुना की पुल गिर गया और भगदड़ शुरू हो गई। लोगों ने ये समझा कि जिस पुल पर वो खड़े हैं वह गिर गया। शिल्पा ने कहा कि इस भगदड़ में वह खुद भी नीचे गिर गई और कई लोगों ने पैरों से कुचला। तभी एक आदमी ने देखा और मुझे भीड़ से खींचकर बचा लिया।
शिल्पा ने कहा कि जिस आदमी ने उसे बचाया था वो खुद की जान नही बचा सका। इस भगदड़ में शिल्पा भी घायल हो गई थी। उसके हाथ, पैर, पीठ और पेट पर कई चोटें लगी थी। हादसे को बयां करते हुए शिल्पा ने बताया, मैं सीढिय़ों के बीच में थी। ऊपर से भी दबाव आ रहा था और नीचे से भी। बारिश हो रही थी और लोग स्टेशन से बाहर नहीं जा रहे थे। लोग नवरात्र के लिए तैयार होकर आए थे और वह भीगना नहीं चाहते थे। वेस्टर्न रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय जांच दल ने सोमवार से जांच शुरू की। हादसे से बचकर निकलने वालों में से अकेले शिल्पा पहले दिन दल के सामने उपस्थित हुईं। उनके अलावा रेलवे अधिकारी भी बयान दर्ज कराने पहुंचे। रेलवे अधिकारियों को दल ने अस्पताल जाकर पीडि़तों के बयान दर्ज कराने को कहा है। दादर पुलिस ने मामले में 20 प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए हैं। उसमें से 4 ने शिल्पा की बात को सही माना।
शिल्पा ने कहा कि जिस आदमी ने उसे बचाया था वो खुद की जान नही बचा सका। इस भगदड़ में शिल्पा भी घायल हो गई थी। उसके हाथ, पैर, पीठ और पेट पर कई चोटें लगी थी। हादसे को बयां करते हुए शिल्पा ने बताया, मैं सीढिय़ों के बीच में थी। ऊपर से भी दबाव आ रहा था और नीचे से भी। बारिश हो रही थी और लोग स्टेशन से बाहर नहीं जा रहे थे। लोग नवरात्र के लिए तैयार होकर आए थे और वह भीगना नहीं चाहते थे। वेस्टर्न रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय जांच दल ने सोमवार से जांच शुरू की। हादसे से बचकर निकलने वालों में से अकेले शिल्पा पहले दिन दल के सामने उपस्थित हुईं। उनके अलावा रेलवे अधिकारी भी बयान दर्ज कराने पहुंचे। रेलवे अधिकारियों को दल ने अस्पताल जाकर पीडि़तों के बयान दर्ज कराने को कहा है। दादर पुलिस ने मामले में 20 प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए हैं। उसमें से 4 ने शिल्पा की बात को सही माना।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
प्रमुख खबरें
Advertisement