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राजस्थान में ऑपरेशन मुस्कान, स्माइल और मिलाप सफल हुए हैं : गृह मंत्री कटारिया
जयपुर/चित्तौड़गढ़। गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने बुधवार को राज्य विधानसभा में कहा कि गुमशुदा बच्चों को ढूंढने के उद्देश्य से चलाये गये अभियान ऑपरेशन मुस्कान, स्माइल और मिलाप सफल हुए हैं।
कटारिया ने प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि गुमशुदा बच्चों को ढूंढ़ने के लिए राजस्थान के सभी जिलों में मानव तस्करी विरोधी यूनिट गठित की गई है, जो गुम हुए बच्चों को उनके परिवारजनों से मिलवाने का कार्य करती है। जिला स्तर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इस यूनिट का नोडल अधिकारी होता है। उन्होंने बताया कि बच्चों के गुम होने के प्रकरणों में जांच पर पिछले तीन वर्षों में 93.85 प्रतिशत तथा महिलाओं के गुम होने के प्रकरणों में जांच पर 89.06 प्रतिशत सफलता मिली है। गृहमंत्री ने बताया कि भीख मांगने वालें बच्चों को उनके परिवारजनों के पास पहुंचाने के लिए ऑपरेशन मिलाप चलाया गया, यह भी सफल रहा है।
गृहमंत्री ने इससे पहले चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह के मूल प्रश्न के जवाब में बताया कि प्रदेश में विगत तीन वर्षों में अब तक 476 बच्चों के खोने के व 8 हजार 56 अपहरण के प्रकरण दर्ज हुए हैं तथा 21 हजार 869 महिलाओं के खोने के व 6 हजार 683 अपहरण के प्रकरण दर्ज हुए हैं। उन्होंने बताया कि इन प्रकरणों में बच्चों के खोने, अपहरण के 7 हजार 995 एवं महिलाओं के खोने, अपहरण के 24 हजार 777 प्रकरणों को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली। गुमशुदा बच्चों की तलाश एवं अन्वेषण एवं पुनर्वास के लिए अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ए.एच.टी.यू. राजस्थान द्वारा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर एस.ओ.पी.का परिपत्र जारी किए हैं।
कटारिया ने प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि गुमशुदा बच्चों को ढूंढ़ने के लिए राजस्थान के सभी जिलों में मानव तस्करी विरोधी यूनिट गठित की गई है, जो गुम हुए बच्चों को उनके परिवारजनों से मिलवाने का कार्य करती है। जिला स्तर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इस यूनिट का नोडल अधिकारी होता है। उन्होंने बताया कि बच्चों के गुम होने के प्रकरणों में जांच पर पिछले तीन वर्षों में 93.85 प्रतिशत तथा महिलाओं के गुम होने के प्रकरणों में जांच पर 89.06 प्रतिशत सफलता मिली है। गृहमंत्री ने बताया कि भीख मांगने वालें बच्चों को उनके परिवारजनों के पास पहुंचाने के लिए ऑपरेशन मिलाप चलाया गया, यह भी सफल रहा है।
गृहमंत्री ने इससे पहले चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह के मूल प्रश्न के जवाब में बताया कि प्रदेश में विगत तीन वर्षों में अब तक 476 बच्चों के खोने के व 8 हजार 56 अपहरण के प्रकरण दर्ज हुए हैं तथा 21 हजार 869 महिलाओं के खोने के व 6 हजार 683 अपहरण के प्रकरण दर्ज हुए हैं। उन्होंने बताया कि इन प्रकरणों में बच्चों के खोने, अपहरण के 7 हजार 995 एवं महिलाओं के खोने, अपहरण के 24 हजार 777 प्रकरणों को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली। गुमशुदा बच्चों की तलाश एवं अन्वेषण एवं पुनर्वास के लिए अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ए.एच.टी.यू. राजस्थान द्वारा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर एस.ओ.पी.का परिपत्र जारी किए हैं।
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