Advertisement
केन्द्र ने सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, जीएसटी का विज्ञापन वापस लें-बंडूगर
पटियाला।
जीएसटी को लेकर दिए गए विज्ञापन में सिखो की गलत छवि पेश करने पर आपत्ति
जाहिर की है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह
बंडूगर ने कहा कि गैर सिख के सिर पर पगड़ी दिखा कर केन्द्र सरकार ने सिखों
की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। ये विज्ञापन वापस लिया जाए।
उन्होंने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर मांग की है कि इसका संशोधन किया जाए और विभाग इसके लिए माफी मांगे। प्रो. बडूंगर रविवार को यहां गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में प्रैस कॉन्फ्रैंस को संबोधित कर रहे थे। प्रो. बडूंगर ने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से पानी वाली बस पर बदलाखोरी की राजनीति करने से गुरेज करने की नसीहत दी। बडूंगर ने कहा कि सिद्धू को बदलाखोरी की नीति छोड़कर पंजाब के विकास पर काम करना चाहिए।
‘मीरी-पीरी’ दिवस को गतका दिवस के तौर पर मनाएं:
प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने सिख विद्वानों और शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारियों की मीटिंग में ऐलान किया कि शिरोमणि कमेटी सर्वसम्मति से तख्त साहिबान के अलावा 2 ऐतिहासिक गुरुद्वारों में मीरी-पीरी दिवस को मनाएगी। इसके अंतर्गत 5 जोन बनाए जाने को मंजूरी दी गई है। मीटिंग दौरान प्रो. बडूंगर ने देश-विदेश में बैठी समूह सिख संगत से कहा कि वह ‘मीरी-पीरी’ दिवस को ‘गतका दिवस’ के तौर पर मनाए और पंथक एकता का सबूत दे। प्रो.बडूंगर ने बताया कि तख्त साहिबान के जत्थेदारों के नेतृत्व में मीरी-पीरी दिवस श्रद्धा भावना के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘गतके’ की प्रफुल्लता के लिए अकाल तख्त की तरफ से (स्थान गुरुद्वारा छहर्टा साहिब) तख्त श्री आनन्दपुर साहब, तख्त (श्री दमदमा साहब) ऐतिहासिक गुरुद्वारा खटिया साहिब और पातशाही नौवीं ऐतिहासिक गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब में मीरी-पीरी के मालिक श्री गुरु हरगोबिन्द साहब द्वारा बताए सिद्धांत को दृढ़ करवाने का फैसला किया गया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर मांग की है कि इसका संशोधन किया जाए और विभाग इसके लिए माफी मांगे। प्रो. बडूंगर रविवार को यहां गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में प्रैस कॉन्फ्रैंस को संबोधित कर रहे थे। प्रो. बडूंगर ने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से पानी वाली बस पर बदलाखोरी की राजनीति करने से गुरेज करने की नसीहत दी। बडूंगर ने कहा कि सिद्धू को बदलाखोरी की नीति छोड़कर पंजाब के विकास पर काम करना चाहिए।
‘मीरी-पीरी’ दिवस को गतका दिवस के तौर पर मनाएं:
प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने सिख विद्वानों और शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारियों की मीटिंग में ऐलान किया कि शिरोमणि कमेटी सर्वसम्मति से तख्त साहिबान के अलावा 2 ऐतिहासिक गुरुद्वारों में मीरी-पीरी दिवस को मनाएगी। इसके अंतर्गत 5 जोन बनाए जाने को मंजूरी दी गई है। मीटिंग दौरान प्रो. बडूंगर ने देश-विदेश में बैठी समूह सिख संगत से कहा कि वह ‘मीरी-पीरी’ दिवस को ‘गतका दिवस’ के तौर पर मनाए और पंथक एकता का सबूत दे। प्रो.बडूंगर ने बताया कि तख्त साहिबान के जत्थेदारों के नेतृत्व में मीरी-पीरी दिवस श्रद्धा भावना के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘गतके’ की प्रफुल्लता के लिए अकाल तख्त की तरफ से (स्थान गुरुद्वारा छहर्टा साहिब) तख्त श्री आनन्दपुर साहब, तख्त (श्री दमदमा साहब) ऐतिहासिक गुरुद्वारा खटिया साहिब और पातशाही नौवीं ऐतिहासिक गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब में मीरी-पीरी के मालिक श्री गुरु हरगोबिन्द साहब द्वारा बताए सिद्धांत को दृढ़ करवाने का फैसला किया गया है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
पटियाला
पंजाब से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement