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14 हजार 100 किमी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत की स्वीकृतियां इसी माह-यूनुस खान
सीकर/जयपुर। सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने गुरूवार को विधानसभा मेें कहा कि राज्यभर में क्षतिग्रस्त कुल 14 हजार 100 किलोमीटर सड़कोें की मरम्मत के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर स्वीकृतियां इसी माह जारी कर दी जाएंगी। इन सड़कों में कृषि उपज मण्डी से विभाग को स्थानांतरित हुई सड़कें, नहरी क्षेत्र की सड़कें एवं स्वयं विभाग के क्षेत्राधिकार की क्षतिग्रस्त सड़कें शामिल हैं।
खान सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे इन सड़कों को ठीक करने की घोषणा 22 दिसम्बर को कर चुकीं हैं। इन सड़कों की मरम्मत पर करीब 2300 करोड़ रु खर्च किए जाएंगे। खान ने कहा कि 2008 से 2013 तक धोद विधानभा क्षेत्र में सड़कों के निर्माण पर मात्र 48 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए जबकि पिछले चार साल में इस विधानसभा क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए के कार्य हुए हैं। उन्होंने धोद विधानसभा क्षेत्र की कुल 149 किलोमीटर क्षतिग्रस्त सड़कों में से 109 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत इसी वर्ष करवाने की घोषणा की।
खान ने कहा कि तोषिणा से सीकर वाया धोद सड़क में धोद के 28 किमी के हिस्से को जो अभी 3.75 मीटर है, चौड़ा कर 7 मीटर चौड़ा किया जाएगा। साथ ही सीकर-पालवास-टाटनवा-शाहपुरा-दयालपुरा सड़क के विधानसभा क्षेत्र धोद में पड़ने वाले 38 किलोमीटर हिस्से को भी 7 मीटर चौड़ा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीकर-गनेड़ी-जसवन्तगढ सड़क के धोद में पड़ने वाले 19 किलोमीटर हिस्से का विकास 53.85 लाख की लागत से करवाया जा रहा है।
उन्होने बताया कि लोसल बाइपास, सिंगरावट-सरवड़ी-धोद सड़क, लोसल-सिगरावट-मोरडूंगा- शाहपुरा-नेछवा-सालासर-रतनगढ सड़क के धोद विधानसभा क्षेत्र में आने वाले 20 किमी हिस्से के विकास पर 71.76 करोड़ खर्च किए जाएंगे। सेवद से बिजासी सड़क को भी सुधारा जाएगा।
खान ने बताया कि राजस्थान में पीएमजीएसवाई योजना का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। अब प्रदेश में योजना के द्वितीय चरण के कार्य प्रारम्भ रहे हैं और अब तक 3464 किमी सड़कों के टेण्डर किए जा चुके हैं।
इससे पहले विधायक गोरधन के मूल प्रश्न के जवाब में सानिवि मंत्री ने विधानसभा क्षेत्र धोद की नॉन पेचेबल सड़कों का विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि इन सड़कों का नवीनीकरण करना राज्य सरकार के वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता एवं पारस्परिक प्राथमिकता पर निर्भर करेगा। श्री खान ने बताया कि पीपीपी योजना में एशियन विकास बैंक से ऋण लेकर ई.पी.सी. पद्धति पर ट्रान्च प्रथम में एक सड़क सीकर-गनेड़ी-जसवंतगढ़ एस.एच. 20 एवं 20ए कुल लम्बाई 75.13 किमी. स्वीकृत राशि 121.96 करोड़ रुपये का विकास एवं निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस सड़क का 19 किमी. भाग विधानसभा क्षेत्र धोद में है।
खान ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र धोद में विकसित किए जाने हेतु प्रस्तावित राजमार्गों लोसल-सालासर-रतनगढ़ एस.ए. 92 एवं एस.एच.7 तथा खूड-दातारामगढ़-रेनवाल एस.एच. 8ए का विकास पीपीपी योजना में क्रमशः एशियन विकास बैंक एवं विश्व बैंक से ऋण लेकर किया जा रहा है। श्री खान ने इसका विवरण सदन के पटल पर रखा।
खान ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र धोद में प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत द्वितीय चरण में 19.50 किमी. सड़क का चौड़ाईकरण व नवीनीकरण कार्य स्वीकृत हैं। जिसकी निविदा प्रक्रियाधीन है तथा उक्त कार्य के पूर्ण होने की सम्भावित तिथि 2018 है। श्री खान ने इसका विवरण सदन की मेज पर रखा।
खान सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे इन सड़कों को ठीक करने की घोषणा 22 दिसम्बर को कर चुकीं हैं। इन सड़कों की मरम्मत पर करीब 2300 करोड़ रु खर्च किए जाएंगे। खान ने कहा कि 2008 से 2013 तक धोद विधानभा क्षेत्र में सड़कों के निर्माण पर मात्र 48 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए जबकि पिछले चार साल में इस विधानसभा क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए के कार्य हुए हैं। उन्होंने धोद विधानसभा क्षेत्र की कुल 149 किलोमीटर क्षतिग्रस्त सड़कों में से 109 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत इसी वर्ष करवाने की घोषणा की।
खान ने कहा कि तोषिणा से सीकर वाया धोद सड़क में धोद के 28 किमी के हिस्से को जो अभी 3.75 मीटर है, चौड़ा कर 7 मीटर चौड़ा किया जाएगा। साथ ही सीकर-पालवास-टाटनवा-शाहपुरा-दयालपुरा सड़क के विधानसभा क्षेत्र धोद में पड़ने वाले 38 किलोमीटर हिस्से को भी 7 मीटर चौड़ा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीकर-गनेड़ी-जसवन्तगढ सड़क के धोद में पड़ने वाले 19 किलोमीटर हिस्से का विकास 53.85 लाख की लागत से करवाया जा रहा है।
उन्होने बताया कि लोसल बाइपास, सिंगरावट-सरवड़ी-धोद सड़क, लोसल-सिगरावट-मोरडूंगा- शाहपुरा-नेछवा-सालासर-रतनगढ सड़क के धोद विधानसभा क्षेत्र में आने वाले 20 किमी हिस्से के विकास पर 71.76 करोड़ खर्च किए जाएंगे। सेवद से बिजासी सड़क को भी सुधारा जाएगा।
खान ने बताया कि राजस्थान में पीएमजीएसवाई योजना का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। अब प्रदेश में योजना के द्वितीय चरण के कार्य प्रारम्भ रहे हैं और अब तक 3464 किमी सड़कों के टेण्डर किए जा चुके हैं।
इससे पहले विधायक गोरधन के मूल प्रश्न के जवाब में सानिवि मंत्री ने विधानसभा क्षेत्र धोद की नॉन पेचेबल सड़कों का विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि इन सड़कों का नवीनीकरण करना राज्य सरकार के वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता एवं पारस्परिक प्राथमिकता पर निर्भर करेगा। श्री खान ने बताया कि पीपीपी योजना में एशियन विकास बैंक से ऋण लेकर ई.पी.सी. पद्धति पर ट्रान्च प्रथम में एक सड़क सीकर-गनेड़ी-जसवंतगढ़ एस.एच. 20 एवं 20ए कुल लम्बाई 75.13 किमी. स्वीकृत राशि 121.96 करोड़ रुपये का विकास एवं निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस सड़क का 19 किमी. भाग विधानसभा क्षेत्र धोद में है।
खान ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र धोद में विकसित किए जाने हेतु प्रस्तावित राजमार्गों लोसल-सालासर-रतनगढ़ एस.ए. 92 एवं एस.एच.7 तथा खूड-दातारामगढ़-रेनवाल एस.एच. 8ए का विकास पीपीपी योजना में क्रमशः एशियन विकास बैंक एवं विश्व बैंक से ऋण लेकर किया जा रहा है। श्री खान ने इसका विवरण सदन के पटल पर रखा।
खान ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र धोद में प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत द्वितीय चरण में 19.50 किमी. सड़क का चौड़ाईकरण व नवीनीकरण कार्य स्वीकृत हैं। जिसकी निविदा प्रक्रियाधीन है तथा उक्त कार्य के पूर्ण होने की सम्भावित तिथि 2018 है। श्री खान ने इसका विवरण सदन की मेज पर रखा।
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