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जैसलमेर: गोडावण के नाम पर भ्रष्टाचार का लगा आरोप
जैसलमेर। वन विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत से करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया
गया है। इको डेवलपमेंट कमिटी सम के अध्यक्ष ने DNP के अधिकारियों पर बिना
उसके हस्ताक्षरों के लाखों के भुगतान उठाने तथा मामले में भ्रष्टाचार के
आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को मामले की शिकायत भेजते हुए जांच करवाने की
मांग की है।
जैसलमेर के वन विभाग में गोडावण संरक्षण के नाम पर सरकार द्वारा करोड़ों रूपये खर्च किये जाते हैं। इनमे काम किस तरह से किया जाता है और कौन करता है कार्यों की गुणवता की जांच कौन करता है इसकी तह तक कोई नहीं जाता है।
मगर इन दिनों जैसलमेर के वन विभाग पर EDC कमेटी सम के ही अध्यक्ष ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए ये इलज़ाम लगाए हैं की इन अधिकारियों ने मिलीभगती करके बिना उनकी जानकारी के और बिना उनके हस्ताक्षरों के दो करोड़ और 65 लाख रूपये के कार्यों के भुगतान उठा लिए जबकि किये गए कार्यों के वाउचर पर उनके हस्ताक्षर ही नहीं है।
वन विभाग के रेंजर राम सैनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए अध्यक्ष युसूफ खान कहते हैं की उन्होंने कार्यों के भुगतान स्वयं ही उठा लिए तथा उनको इसकी भनक तक नहीं लगने दी जबकि मौके पर कार्यों की कमी है। और तो और रेंजर ने अपने चाहते ठेकेदारों से बिना गुणवत्ता के कार्य करवाए और उन कार्यों के भुगतान अपने निजी खातों में कर लिए जिसकी जानकारी मिलने पर मैंने उसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री को लिखा है।
इतने बड़े मामल की जानकारी मिलने पर उप वन संरक्षक अनूप के आर ने बताया की उनको इस मामले की जानकारी मिली है तथा वे स्वयं इस मामले की जांच करवाएंगे की आखिर कहाँ गड़बड़ हुई है और अगर कहीं भी गड़बड़ पाई जाती है तो उस पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
जैसलमेर के वन विभाग में गोडावण संरक्षण के नाम पर सरकार द्वारा करोड़ों रूपये खर्च किये जाते हैं। इनमे काम किस तरह से किया जाता है और कौन करता है कार्यों की गुणवता की जांच कौन करता है इसकी तह तक कोई नहीं जाता है।
मगर इन दिनों जैसलमेर के वन विभाग पर EDC कमेटी सम के ही अध्यक्ष ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए ये इलज़ाम लगाए हैं की इन अधिकारियों ने मिलीभगती करके बिना उनकी जानकारी के और बिना उनके हस्ताक्षरों के दो करोड़ और 65 लाख रूपये के कार्यों के भुगतान उठा लिए जबकि किये गए कार्यों के वाउचर पर उनके हस्ताक्षर ही नहीं है।
वन विभाग के रेंजर राम सैनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए अध्यक्ष युसूफ खान कहते हैं की उन्होंने कार्यों के भुगतान स्वयं ही उठा लिए तथा उनको इसकी भनक तक नहीं लगने दी जबकि मौके पर कार्यों की कमी है। और तो और रेंजर ने अपने चाहते ठेकेदारों से बिना गुणवत्ता के कार्य करवाए और उन कार्यों के भुगतान अपने निजी खातों में कर लिए जिसकी जानकारी मिलने पर मैंने उसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री को लिखा है।
इतने बड़े मामल की जानकारी मिलने पर उप वन संरक्षक अनूप के आर ने बताया की उनको इस मामले की जानकारी मिली है तथा वे स्वयं इस मामले की जांच करवाएंगे की आखिर कहाँ गड़बड़ हुई है और अगर कहीं भी गड़बड़ पाई जाती है तो उस पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
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