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कृृषि मंत्री ने प्रतापगढ़ में विभाग के जिला अधिकारियों की बैठक ली
जयपुर। कृषि, मंत्री प्रभुलाल सैनी ने प्रतापगढ़ के सर्किट हाउस में कृषि विभाग, पशुपालन, कृषि उपज मंडी, उद्यानिकी विभाग व मत्स्य विभाग के जिला अधिकारियाें के साथ बैठक ली।
बैठक के दौरान कृषि, मंत्री प्रभुलाल सैनी ने राज्य सरकार द्वारा कृषि उपज मण्डी समितियाें के माध्यम से संचालित कृषक साथी योजना के तहत कृषि कार्य करते समय दुर्घटना में अंग-भंग या मृत्यु होने पर मण्डी समिति प्रतापगढ़ के द्वारा सात जनों को कुल दस लाख दस हजार रुपए की राशि के चैक प्रदान किए गए।
चैक वितरण के बाद सैनी ने विभागवार जिले मे चल रही योजनाओं की उपलब्धियाें के बारे में विस्तृत से जानकारी ली।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारी से जैवीक खेती, मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने, किनोवा की खेती प्रतापगढ़ जिले में लाने व कृषकों को आमदानी बढ़ाने में किनोवा खेती करने के बारे में कहा। उन्होंने कहा कि किनोवा की खेती में एक क्वीटल के एक लाख रुपए तक बिकती है। किनोवा की खेती से वीटामिन सी मिलता व इस खेती को एक बार उगाने के बाद दूसरी बार नही उगाना पड़ता इसकी विस्तृत से जानकारी दी। उन्हाेंने अधिकारियों से कहा कि वे एक जुनून एक जज्बा रखकर कार्य करे जिससे प्रतापगढ़ जिले में किसानों को आमदानी अच्छी हो सके। उन्होंने शुगर फ्री आलू उगाने, काश्तकाराें को यूरिया का प्रयोग नही करने व जैवीक खेती का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की बात कही।
बैठक के दौरान कृषि, मंत्री प्रभुलाल सैनी ने राज्य सरकार द्वारा कृषि उपज मण्डी समितियाें के माध्यम से संचालित कृषक साथी योजना के तहत कृषि कार्य करते समय दुर्घटना में अंग-भंग या मृत्यु होने पर मण्डी समिति प्रतापगढ़ के द्वारा सात जनों को कुल दस लाख दस हजार रुपए की राशि के चैक प्रदान किए गए।
चैक वितरण के बाद सैनी ने विभागवार जिले मे चल रही योजनाओं की उपलब्धियाें के बारे में विस्तृत से जानकारी ली।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारी से जैवीक खेती, मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने, किनोवा की खेती प्रतापगढ़ जिले में लाने व कृषकों को आमदानी बढ़ाने में किनोवा खेती करने के बारे में कहा। उन्होंने कहा कि किनोवा की खेती में एक क्वीटल के एक लाख रुपए तक बिकती है। किनोवा की खेती से वीटामिन सी मिलता व इस खेती को एक बार उगाने के बाद दूसरी बार नही उगाना पड़ता इसकी विस्तृत से जानकारी दी। उन्हाेंने अधिकारियों से कहा कि वे एक जुनून एक जज्बा रखकर कार्य करे जिससे प्रतापगढ़ जिले में किसानों को आमदानी अच्छी हो सके। उन्होंने शुगर फ्री आलू उगाने, काश्तकाराें को यूरिया का प्रयोग नही करने व जैवीक खेती का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की बात कही।
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