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ऊंचाहार में जिन्दा जलाये गए लोगों में 4 प्रतापगढ़ व 1कौशाम्बी का, ससुराल में बढ़ते कद ने ले ली जान
अमरीश मनीष शुक्ल, इलाहाबाद / प्रतापगढ़। रायबरेली जिले के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में सोमवार रात
जिन्दा जलाये गए लोगों में 4 प्रतापगढ़ के रहने वाले है, जबकि एक युवक
कौशाम्बी का रहने वाला है। ससुराल में बढ़ता कद इन सब के मौत की वजह बना है।यहाँ
इनके घरों पर हालत बेहद ही ग़मगीन है। परिजनों में मातम छाया हुआ है। घर पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है।बिलख रहे परिजनों को लोग सांत्वना देने का
प्रयास कर रहे है। दो लोगों का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पंहुचा।
तो परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार किया। एक साथ उठी लाश को देखकर हर
किसी का ह्रदय पसीज उठा। गांव में हालत पर नियंत्रण व नजर रखने के लिए
पुलिस भी पहुंची और लोगों को समझाती बुझती रही.
देवेश शुक्ला की ससुराल में बढ़ता कद था वजह
घटना के बावत जानकारी देते हुए मृतक पूर्व प्रधान रोहित शुक्ला (40) के भाई देवेश शुक्ला ने बताया की ऊंचाहार थाना क्षेत्र के पूरे भूसई इटौरा बुुजुर्ग गांव में उसकी ससुराल है। ससुराल में पत्नी को कोई भाई नहीं था. जिसके चलते ससुराल की सारी संपत्ति मुझे ही मिली है। मैं अपने परिवार के साथ ससुराल में ही रहता हूँ. इस समय ससुराल में नया मकान बनवा रहा हूँ। रोहित भी घर आया हुआ था,वैसे वह ज्यादा समय यहीं बिताता था। क्योंकि वह इस बार इटौरा गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। लोगों ने भी पूरी तरह से समर्थन देना शुरू कर दिया था जो मौजूदा प्रधान को ठीक नहीं लग रहा था। उन्हें लगता की कोई बाहर से आकर हमारे गांव में लगातार आगे बढ़ रहा है। और अब हमारी राजनीती भी छीनना चाहता है। इससे उनका पूरा गैंग रोहित से खुन्नस रखता था। कई बार इन लोगों ने रोहित को निशाना बनाने की कोशिश की तो वह अब सावधान होकर ही गांव आता और उसके साथी भी साथ होते थे। सोमवार को भी वह घर का कामकाज देखने के लिए आया था। लेकिन उसे या हमें क्या पता था की यहाँ उसकी निर्दयता से हत्या कर दी जायेगी। ननिहाल जाते समय मिली मौत
देवेश ने बताया की रात करीब आठ बजे के बाद रोहित सभी को सफारी से लेकर इटौरा से अपने ननिहाल ऊंचाहार थाना क्षेत्र के झमनी का पुरवा जा रहा था। लेकिन हम जैसे ही आपटा गांव के पास पहुंचे हमरी गाड़ी पर हमला हुआ। राजा यादव, कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव और पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवकुमार यादव समेत आठ लोग असलहे लेकर रस्ते में पहले से ही घात लगये बैठे थे। जैसे ही रोहित गाड़ी लेकर नजदीक पंहुचा गाड़ी पर फायरिंग होने लगी ।
रोहित ने गाड़ी लेकर भागने का प्रयास किया, लेकिन आगे खंभा होने के चलते वह भागने में सफल नहीं हो सका। गाड़ी रुकते ही हमलावरों ने बच्चा शुक्ला, अंकुश मिश्रा, अनूप मिश्रा को बाहर निकालकर लाठियों से पीटकर अधमरा कर दिया। तब तक मौका पाकर देवेश शुक्ला और वीरू पांडेय मौका पाकर वहां से भागने लगे। कुछ हमलावरों ने दोनों का पीछा किया । लेकिन अँधेरा होने के चलते वीरू के साथ देवेश बच निकला। इसके बाद गाड़ी मेें आग लगा दी। रोहित को जिन्दा जलने के लिए ऐसा किया गया था और वह गाड़ी में ही जिन्दा जल गया। रोहित के साथ उसके दोस्तों बच्चे अंकुश, अनूप, और बृजेश शुक्ला की निर्दयता से हत्या का दी गई। क्या कह रही पुलिस
एसपी रायबरेली गौरव सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। घटना के पीछे राजनैतिक रंजिश सामने आ रही है. देवेश की तहरीर परइटौरा बुजुर्ग के प्रधान रामश्री के पुत्र राजा यादव, कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव और पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवकुमार यादव आदि के खिलाफ जलाकर मार डालने का केस दर्ज किया गया है। रोहित ने अपनी तहरीर में बताया है की ननिहाल जाते समय आरोपियों ने हमला किया. देवेश और वीरू बच कर भाग निकले, लेकिन बाकी सबको मार डाला गया. मृतकों की पहचान
एसपी गौरव सिंह ने बताया की मृतकों की पहचान हो गई ही. 4 लोग प्रतापगढ़ व 1 युवक कौशम्बी जिले का रहने वाला है. जिनमे - रोहित शुक्ल पुत्र गिरिजा शंकर देवारा संग्रामगढ़ प्रतापगढ़, बच्चा शुक्ला उर्फ नरेंद्र (22) पुत्र रामलखन शुक्ला निवासी देवारा संग्रामगढ़ प्रतापगढ़.। अनूप मिश्रा (28) पुत्र स्व. रमाकांत मिश्रा निवासी पूरे पंडित का पुरवा
भरतपुर संग्रामगढ़। अंकुश मिश्रा उर्फ भास्कर (25) पुत्र शिवकुमार मिश्रा निवासी पूरे पंडित का पुरवा भरतपुर संग्रामगढ़। बृजेश शुक्ला (26) पुत्र अवध नारायण शुक्ला निवासी सातौं, सैनी कौशाम्बी,
देवेश शुक्ला की ससुराल में बढ़ता कद था वजह
घटना के बावत जानकारी देते हुए मृतक पूर्व प्रधान रोहित शुक्ला (40) के भाई देवेश शुक्ला ने बताया की ऊंचाहार थाना क्षेत्र के पूरे भूसई इटौरा बुुजुर्ग गांव में उसकी ससुराल है। ससुराल में पत्नी को कोई भाई नहीं था. जिसके चलते ससुराल की सारी संपत्ति मुझे ही मिली है। मैं अपने परिवार के साथ ससुराल में ही रहता हूँ. इस समय ससुराल में नया मकान बनवा रहा हूँ। रोहित भी घर आया हुआ था,वैसे वह ज्यादा समय यहीं बिताता था। क्योंकि वह इस बार इटौरा गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। लोगों ने भी पूरी तरह से समर्थन देना शुरू कर दिया था जो मौजूदा प्रधान को ठीक नहीं लग रहा था। उन्हें लगता की कोई बाहर से आकर हमारे गांव में लगातार आगे बढ़ रहा है। और अब हमारी राजनीती भी छीनना चाहता है। इससे उनका पूरा गैंग रोहित से खुन्नस रखता था। कई बार इन लोगों ने रोहित को निशाना बनाने की कोशिश की तो वह अब सावधान होकर ही गांव आता और उसके साथी भी साथ होते थे। सोमवार को भी वह घर का कामकाज देखने के लिए आया था। लेकिन उसे या हमें क्या पता था की यहाँ उसकी निर्दयता से हत्या कर दी जायेगी। ननिहाल जाते समय मिली मौत
देवेश ने बताया की रात करीब आठ बजे के बाद रोहित सभी को सफारी से लेकर इटौरा से अपने ननिहाल ऊंचाहार थाना क्षेत्र के झमनी का पुरवा जा रहा था। लेकिन हम जैसे ही आपटा गांव के पास पहुंचे हमरी गाड़ी पर हमला हुआ। राजा यादव, कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव और पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवकुमार यादव समेत आठ लोग असलहे लेकर रस्ते में पहले से ही घात लगये बैठे थे। जैसे ही रोहित गाड़ी लेकर नजदीक पंहुचा गाड़ी पर फायरिंग होने लगी ।
रोहित ने गाड़ी लेकर भागने का प्रयास किया, लेकिन आगे खंभा होने के चलते वह भागने में सफल नहीं हो सका। गाड़ी रुकते ही हमलावरों ने बच्चा शुक्ला, अंकुश मिश्रा, अनूप मिश्रा को बाहर निकालकर लाठियों से पीटकर अधमरा कर दिया। तब तक मौका पाकर देवेश शुक्ला और वीरू पांडेय मौका पाकर वहां से भागने लगे। कुछ हमलावरों ने दोनों का पीछा किया । लेकिन अँधेरा होने के चलते वीरू के साथ देवेश बच निकला। इसके बाद गाड़ी मेें आग लगा दी। रोहित को जिन्दा जलने के लिए ऐसा किया गया था और वह गाड़ी में ही जिन्दा जल गया। रोहित के साथ उसके दोस्तों बच्चे अंकुश, अनूप, और बृजेश शुक्ला की निर्दयता से हत्या का दी गई। क्या कह रही पुलिस
एसपी रायबरेली गौरव सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। घटना के पीछे राजनैतिक रंजिश सामने आ रही है. देवेश की तहरीर परइटौरा बुजुर्ग के प्रधान रामश्री के पुत्र राजा यादव, कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव और पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवकुमार यादव आदि के खिलाफ जलाकर मार डालने का केस दर्ज किया गया है। रोहित ने अपनी तहरीर में बताया है की ननिहाल जाते समय आरोपियों ने हमला किया. देवेश और वीरू बच कर भाग निकले, लेकिन बाकी सबको मार डाला गया. मृतकों की पहचान
एसपी गौरव सिंह ने बताया की मृतकों की पहचान हो गई ही. 4 लोग प्रतापगढ़ व 1 युवक कौशम्बी जिले का रहने वाला है. जिनमे - रोहित शुक्ल पुत्र गिरिजा शंकर देवारा संग्रामगढ़ प्रतापगढ़, बच्चा शुक्ला उर्फ नरेंद्र (22) पुत्र रामलखन शुक्ला निवासी देवारा संग्रामगढ़ प्रतापगढ़.। अनूप मिश्रा (28) पुत्र स्व. रमाकांत मिश्रा निवासी पूरे पंडित का पुरवा
भरतपुर संग्रामगढ़। अंकुश मिश्रा उर्फ भास्कर (25) पुत्र शिवकुमार मिश्रा निवासी पूरे पंडित का पुरवा भरतपुर संग्रामगढ़। बृजेश शुक्ला (26) पुत्र अवध नारायण शुक्ला निवासी सातौं, सैनी कौशाम्बी,
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