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83 बरस का दूल्हा, दुल्हन 30 साल की, दामाद बाराती
करौली। 1986 में बनी टी रामाराव की फिल्म दोस्ती दुश्मनी का मशहूर गीत साठ बरस का दूल्हा, दुल्हन 55 साल की, तो आपको याद ही होगा। गीत में दूल्हे की उम्र तो 60 बताई गई है। लेकिन यहां दूल्हे की उम्र 83 साल है ... और दुल्हन की उम्र के बारे में आप जानेंगे तो चौंक जाएंगे। शादी का कारण जानेंगे तो हैरानी होगी।
उम्र में बहुत ज्यादा अंतर है। दूल्हेराजा के पहली पत्नी भी मौजूद है। उसके दो बेटियां हैं। उनकी शादी हो चुकी है। दूल्हे के एक बेटा था, उसका करीब 2 साल पहले निधन हो गया था। कहा जा रहा है कि दूल्हे ने बेटे की लालसा में शादी की है।
मामला करौली जिले के सपोटरा के सैमरदा गांव का है। हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। ...और बेटे की लालसा अब भी नहीं बदली। वृद्ध दूल्हे की दुल्हन की उम्र 30 साल है। अपने से 53 साल छोटी लड़की से शादी की चर्चा पूरे इलाके में जारों पर है।
सैमरदा के 83 वर्षीय बुजुर्ग सुखराम ने अपने से 53 वर्ष छोटी लडक़ी रमेशी बैरवा से 19 फरवरी, शनिवार को शादी रचाई है। शादी से पहले सभी कार्यक्रम धूमधाम से मनाए गए। बारात में दामाद पप्पू बैरवा ने जमकर डांस किया।
गांव वाले बताते हैं कि दुल्हन रमेशी बैरवा 7 बहनें हैं। 6 बहनों की शादी हो चुकी है। रमेशी सबसे छोटी है। रमेशी का एक भाई विकलांग पैदा हुआ था। उसकी कई साल पहले मृत्यु हो गई। शादी सभी की सहमति से हुई है। दूल्हे सुखराम की पहली पत्नी बत्तो देवी, दुल्हन के पीहर पक्ष, सभी इस शादी से सहमत हैं। वहीं दुल्हन की दिमागी हालत भी कमजोर बताई जा रही है।
जवान बेटे की मौत के बाद परिवार का कोई वारिस नहीं बचा था
सुखराम और उसकी पहली पत्नी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि दो साल पहले हमारे तीस वर्षीय बेटे की मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद परिवार का कोई वारिस नहीं बचा था। इसलिए वंश को आगे बढ़ाने के लिए शादी की है।
खैर, जो भी हो, लेकिन इस उम्र में ब्याह रचाकर संतान पैदा करने, वो भी बेटा पैदा करने की चाह बता रही है कि समाज में अब भी लोग बेटे-बेटी में फर्क रखते हैं।
उम्र में बहुत ज्यादा अंतर है। दूल्हेराजा के पहली पत्नी भी मौजूद है। उसके दो बेटियां हैं। उनकी शादी हो चुकी है। दूल्हे के एक बेटा था, उसका करीब 2 साल पहले निधन हो गया था। कहा जा रहा है कि दूल्हे ने बेटे की लालसा में शादी की है।
मामला करौली जिले के सपोटरा के सैमरदा गांव का है। हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। ...और बेटे की लालसा अब भी नहीं बदली। वृद्ध दूल्हे की दुल्हन की उम्र 30 साल है। अपने से 53 साल छोटी लड़की से शादी की चर्चा पूरे इलाके में जारों पर है।
सैमरदा के 83 वर्षीय बुजुर्ग सुखराम ने अपने से 53 वर्ष छोटी लडक़ी रमेशी बैरवा से 19 फरवरी, शनिवार को शादी रचाई है। शादी से पहले सभी कार्यक्रम धूमधाम से मनाए गए। बारात में दामाद पप्पू बैरवा ने जमकर डांस किया।
गांव वाले बताते हैं कि दुल्हन रमेशी बैरवा 7 बहनें हैं। 6 बहनों की शादी हो चुकी है। रमेशी सबसे छोटी है। रमेशी का एक भाई विकलांग पैदा हुआ था। उसकी कई साल पहले मृत्यु हो गई। शादी सभी की सहमति से हुई है। दूल्हे सुखराम की पहली पत्नी बत्तो देवी, दुल्हन के पीहर पक्ष, सभी इस शादी से सहमत हैं। वहीं दुल्हन की दिमागी हालत भी कमजोर बताई जा रही है।
जवान बेटे की मौत के बाद परिवार का कोई वारिस नहीं बचा था
सुखराम और उसकी पहली पत्नी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि दो साल पहले हमारे तीस वर्षीय बेटे की मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद परिवार का कोई वारिस नहीं बचा था। इसलिए वंश को आगे बढ़ाने के लिए शादी की है।
खैर, जो भी हो, लेकिन इस उम्र में ब्याह रचाकर संतान पैदा करने, वो भी बेटा पैदा करने की चाह बता रही है कि समाज में अब भी लोग बेटे-बेटी में फर्क रखते हैं।
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