उल्लेखनीय है कि लोपेतेगुई फीफा विश्व कप से पहले ही स्पेन की राष्ट्रीय
टीम में अपने कोच पद को लेकर विवादों से घिर गए थे। लोपेतेगुई ने हालांकि,
विवादों का कारण बने अपने फैसले को सही ठहराया है। लोपेतेगुई ने विश्व कप
से पहले स्पेन के साथ नया करार किया था, जिसके तहत वे 2020 यूरोपीय
चैम्पियनशिप तक टीम का मार्गदर्शन करने वाले थे लेकिन इस करार के तुरंत बाद
उन्होंने रियल क्लब के कोच पद के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। स्पेनिश रेडियो
के साथ बातचीत में लोपेतेगुई ने अपने इस फैसले के बारे में कहा कि मैंने
केवल एक फैसला किया था, जो मैं फिर से कर सकता हूं। मुझे अपने इस फैसले पर
कोई मलाल नहीं है। मुझे अब भी लगता है कि मैंने उस पल में रियल को हां कहकर
सही किया। मैंने रियल के प्रस्ताव को स्वीकार किया और मैं यह दोबारा
करूंगा। लोपेतेगुई ने आशा जताई है कि नए कोच लुइस एनरीक के मार्गदर्शन में
स्पेन की टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी।