चीन के इस कदम से फिर बढ़ा तनाव यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब कुछ
हफ्ते पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वुहान शहर में चीन के
राष्ट्रपति से अनौपचारिक बैठक की थी। इस मुलाकात का मकसद डोकलाम सैन्य
गतिरोध के बाद दोनों देशों में पैदा हुए तनाव को कम करना बताया गया था।
हालांकि चीन के इस कदम से तनाव एक बार फिर बढ़ सकता है। आपको बता दें कि 73
दिनों तक चले गतिरोध के बाद भारत और चीन के संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए
थे। पिछले साल अक्टूबर में डोकलाम के करीब दो महीने के बाद लुंझ खबरों में
रहा था, जब चीनी राष्ट्रपति ने लुंझ काउंटी के एक परिवार के पत्राचार का
जवाब देते हुए इलाके पर बीजिंग का दावा किया था। यह परिवार अरुणाचल प्रदेश
की सीमा से लगे आबादी के लिहाज से चीन के सबसे छोट टाउन युमई में रहता है।