एक्टिंग की बात करें तो सारे ही एक नाव के सवार हैं. जैकलिन का हाथ शुरू से एक्टिंग में तंग है और उनकी डायलॉग डिलिवरी तो कमाल है। डेजी शाह अभी तक एक भी फिल्म नहीं चला सकी हैं और उनका डायलॉग तो पहले ही मजाक का टॉपिक बन चुका है। साकिब सलीम से कुछ खास उम्मीद थी ही नहीं. बॉबी देओल को अभी इस तरह की फिल्म में स्क्रीन पर कम्फर्टेबल होने में थोड़ा टाइम लगेगा। सलमान खान तो एक्टिंग से ऊपर की चीज हैं, वे जो करते हैं वह एक्टिंग की श्रेणी से ऊपर ही जाता है।वैसे भी फिल्म उनकी है. उनके लिए बनाई गई है तो ऐसे सीक्वेंस उनको दे दिए गए हैं, जिनमें वे शानदार सुपरस्टार (कलाकार नहीं) लगते हैं। कलाकार के तौर पर सिर्फ अनिल कपूर जमते हैं, और ये 'रेस' उन्हीं की है।फिल्म का बजट लगभग 100 करोड़ रु. बताया जाता है। कहा जा रहा है कि फिल्म ने सैटेलाइट राइट्स बेचकर 130 करोड़ रु. कमा लिए हैं। यह भी अच्छा है क्योंकि बॉक्स ऑफिस पर 'रेस 3' के भविष्य को लेकर कुछ भी साफ नहीं कहा जा सकता। सलमान खान की 'ट्यूबलाइट' पिछली ही ईद पर बुझी थी, बेशक इस बार वे खुद से जुड़ा हर मसाला लेकर आए हैं लेकिन अच्छी फिल्म देने में वे पूरी तरह विफल रहे हैं। 'रेस 3' न तो दिल में उतरती है, और न ही दिमाग में।