तनाव हमारे जीवन का हिस्सा नहीं है। यह हमारे अपने शरीर, दिमाग, संवेदनाओं
और ऊर्जा को व्यवस्थित न कर पाने की अयोग्यता है। मनोवैज्ञानिक बुशमैन के
अनुसार यह प्रकृति, तंत्र और आसपास के परिवेश की कार्यप्रणाली की समझ की
कमी और सही तरीके का उपयोग न कर पाने की अयोग्यता है। अगर यह समझ विकसीत हो
जाए तो तनाव जैसा जीवन में कुछ नहीं रह जाता व्यक्ति को तनाव मुक्त होने
के लिए सर्वश्रेष्ठ जीवन जीने का संकल्प लेना चाहिए, जहां वे तनाव के बगैर
उस जीवन की ओर बढे। सर्वश्रेष्ठ जीवन जीने का तात्पर्य सर्वश्रेष्ठ बने से
है। सर्वश्रेष्ठ जीवन जीने के लिए व्यक्ति को सर्वप्रथम जीवन में एक
उद्देश्य खोजना चाहिए। अच्छा महसूस करना और अपने भीतर शांत होना इस कोशिश
का हिस्सा है। जब भी आप अपने निर्धारित किये लक्ष्य की ओर बढते है और तनाव
आपका रास्ता रोक ले, तो पहले शांत मन से सोचिए की क्या वास्तव में यह वजह
उचित है, जिससे आप तनावग्रस्त है।हममें से ज्यादातर लोग जीवन में जबरदस्ती तनाव को पाले होते है। जबकि
वास्तव में अधिकांश लोग जिन वजहों से तनावग्रस्त होते हैं, वे वजहें
महत्तवपूर्ण नहीं होती हैं, लेकिन इतनी अघिक प्रभावशाली होती है कि उनका
हमारे दिमाग पर जबरर्दस्त असर होता है।