शुभता का प्रतीक है पंचामृतपंचामृत
का अर्थ है ‘पांच अमृत’। दूध, दही, घी, शहद, शकर को मिलाकर पंचामृत बनाया
जाता है। इसी से भगवान का अभिषेक किया जाता है। पांचों प्रकार के मिश्रण से
बनने वाला पंचामृत कई रोगों में लाभदायक और मन को शांति प्रदान करने वाला
होता है। इसका एक आध्यात्मिक पहलू भी है। वह यह कि पंचामृत आत्मोन्नति के 5
प्रतीक हैं। जैसे- दूध- दूध पंचामृत का प्रथम भाग है। यह शुभ्रता का प्रतीक है अर्थात हमारा जीवन दूध की तरह निष्कलंक होना चाहिए।