आईने में अपनी शक्ल देखकर उसे बहते पानी में बहा दें। 21 अलग-अलग पेड़-पौधों के पत्ते तोड़कर अपने पास रखें। मौली में 21 दूर्वा बांधकर मुकुट बनाएं तथा इस मुकुट को गणपति मंदिर में गणेश जी के सिर पर सजाएं। रात के समय मुहं नीचे करके और आंखें बंद करके आकाश में स्थित चंद्रमा को आईना दिखाइए तथा आईने को चौराहे पर ले जाकर फैंक दीजिए।