ये भी भेज चुकी है वहां पर...कंपनी ने दावा किया है कि रॉकेट की तुलना
में इन गुब्बारों में बैठकर अंतरिक्ष तक यह सफर काफी मजेदार और सुकून वाला
होगा, जबकि रॉकेट से अंतरिक्ष के सफर में यात्रियों को जबरदस्त शोर और
वाइब्रेशन सहना पड़ता है। पिछले साल ही यह कंपनी अंतरिक्ष के टच प्वाइंट
यानी स्ट्रेटोस्फेयर तक अपनी 50 उड़ानें कर चुकी है। इतना ही नहीं शुरुआती
प्रमोशन के तौर पर इस कंपनी ने पिछले साल जून में केएफसी का एक जिंजर चिकन
सैंडविच भी गुब्बारे की मदद से अंतरिक्ष तक भेजा था। हाई एल्टीट्यूड बलून का इस्तेमाल किया...